जम्मू। उधमपुर जिले के सुरिंसर स्थित चंदेह गांव के पास देर रात एक निजी बस खाई में गिर गई। इसमें छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 31 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। प्रशासन व पुलिस टीम ने राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया।
पुलिस के मुताबिक, रात जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर उधमपुर जिले के सुरिंसर के पास ग्राम चंदेह में एक बस (जेके 02 बीआर 5503) ने यातायात पाबंदियों के चलते मार्ग का अंदरूनी रूट सफर के लिए चुना। मार्ग की हालत ठीक न होने के चलते ड्राइवर ने संतुलन खो दिया और बस खाई में जा गिरी। इसमें पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ा। इस दौरान 31 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
सूचना मिलते ही प्रशासन व पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को खाई से बाहर निकालकर पास के अस्पताल में भर्ती कराया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को जीएमसी जम्मू रेफर किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, 31 घायलों में से 28 की पहचान हो गई है, जबकि तीन की पहचान अभी नहीं हुई है। हादसे में मरने वालों की पहचान भी अभी नहीं हो सकी है।
घायलों की पहचान सोपोर बारामूला निवासी गुलाम नबी पिता मोहम्मद मुनव्वर, बिजबिहाड़ा अनंतनाग निवासी मोहम्मद अशरफ पिता सुमंदर, सोपोर निवासी मोहम्मद रमज़ान, सोपोर निवासी अख्तर पिता मोहम्मद शाहबान, बिजबिहाड़ा निवासी मारफा पत्नी मकबूल शाह, सोपोर निवासी ओमर पिता मोहम्मद अहमद, काजीगुंड कुलगाम निवासी यासर पिता फैयाज अहमद, बडगाम निवासीजियावाह दीन, शकीला पत्नी नज़ीर अहमद, सोपोर निवासी मुश्ताक अहमद पिता मोहम्मद सिकंदर, डोरू अनंतनाग निवासी साहिल पिता अब्दुल रहमान, बडगाम निवासी मोहम्मद मकबूल, नजीर अहमद पिता फतेह मोहम्मद, सोपोर निवासी खुर्शीद अहमद पिता बशीर अहमद, सोपोर निवासी मोहम्मद अल्ताफ पिता सनाउल्लाह के रूप में हुई है।
इसी तरह यूपी मौजूदा श्रीनगर निवासी प्रकाश पिता संजय, सोपोर निवासी ज़बीर अहमद पिता फारूक अहमद, सोपोर निवासी मोहम्मद इकबाल पिता गुलाम नबी, सोपोर निवासी अथिषम सराज पिता सरजदीन, शोपियां निवासी मोहम्मद ज़मान पिता मोहम्मद इक़बाल, सोपोर निवासीनीना बेगम, नरगिस पत्नी हटम डार, बारामूला निवासी सज्जाद पिता गुलाम रसूल, सुंदरबनी निवासी मोहम्मद फारूक पिता वज़ीर निवरसी, सुदरबनी निवासी बालकिस अख्तर पिता मोहम्मद फारूक, सोपोर उस्मान पिता उस्मान फारूक, सोपोर निवासी जुबैर जान, मोहम्मद अकबर पिता हाजी खालिक के रूप में हुई है। इनमें अधिकतर सोपोर जिला के रहने वाले हैं।