नम आंखों से हजारों लोगों ने शहीद मेजर ढौंडियाल को दी विदाई, गंगा तट पर हुआ अंतिम संस्कार
देहरादून। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों के साथ संघर्ष में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को आज हरिद्बार में गंगा तट पर हुए अंतिम संस्कार में हजारों लोग उमड़ पड़े। खरखरी श्मशान घाट पर हुए दाह संस्कार में उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई। उनके चाचा जगदीश ढौंडियाल ने शहीद की चिता को अग्नि दी।
राज्य के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, मसूरी के विधायक गणेश जोशी, कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह , धारचूला के कांग्रेस विधायक हरीश धामी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। इससे पहले देहरादून स्थित उनके आवास पर हजारों लोगों ने आज अपनी अंतिम श्रद्धांजलि दी।
अंतिम संस्कार के लिए हरिद्वार ले जाने से पहले मेजर ढौंडियाल के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इस दौरान हृदय रोगी उनकी मां सरोज, पत्नी निकिता कौल और उनके रिश्तेदारों एवं मित्रों के लिए खुद को संभालना मुश्किल हो गया। मेजर ढौंडियाल की शादी हुए एक साल भी नहीं हुआ है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भी वहां पहुंच कर शहीद ढौंडियाल अमर रहे और वंदे मातरम के नारों के बीच उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र चढ़ाया।
तिरंगे में लिपटा हुआ ढौंडियाल का पार्थिव शरीर सोमवार को देर रात घर लाया गया था। मेजर ढौंडियाल की शहादत की खबर सोमवार को उस समय आई जब हरिद्बार में मेजर चित्रेश बिष्ट का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। देहरादून निवासी मेजर बिष्ट राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास एक बारूदी सुरंग को निष्क्रिय करने के दौरान शहीद हो गए थे।
मेजर ढौंडियाल को अंतिम श्रद्धांजलि देने वाले प्रमुख लोगों में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, पूर्व सांसद तरूण विजय, राज्य विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा के विधायक गणेश जोशी और देहरादून के महापौर सुनील उनियाल गामा शामिल थे।