जयपुर। राजस्थान में गुर्जरों का आरक्षण के लिए आंदोलन आज चौथे दिन भी जारी है। गुर्जर नेता मुंबई-पुणे रेल मार्ग पर पटरियों पर बैठे हैं जिसके चलते कई प्रमुख ट्रेन रद्द कर दी गयी हैं या उनके मार्ग में बदलाव किया गया है। राज्य में कई सड़क मार्ग भी बंद हैं। जहां गहलोत सरकार के मंत्री गुर्जर नेताओं से बातचीत करने के लिए जयपुर या कहीं और आने की बात कह रहे है। वहीं, गुर्जर नेता उन्हें यहीं बुला कर इस मामले पर फैसला लेने को बोल रहे हैं।
गुर्जर नेता विजय बैंसला ने आज एक बार फिर दोहराया कि सरकार को वार्ता के लिए मलारना डूंगर में रेल पटरी पर ही आना होगा और आंदोलनकारी वार्ता के लिए कहीं नहीं जाएंगे। कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला व पूरी टीम बैठकर फैसला करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘बातचीत क्या करनी है? सरकार पांच प्रतिशत आरक्षण की हमारी मांग पूरी करे और हम घर चले जाएंगे।’’इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मांग नहीं माने जाने पर गुर्जर लंबे आंदोलन के लिए तैयार हैं।
वहीं, राज्य सरकार में मंत्री मास्टर भवरलाल मेघवाल ने अपने एक बयान में गुर्जर नेता किरोड़ी बैंसला से एक प्रतिनिधिमंडल भेजने की अपील की है। उन्होंने कहा, ''आप आईये या अपनी टीम को भेजिए। राजस्थान विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर पहले ही केंद्र सरकार को भिजवाया जा चुका है। केंद्र सरकार इसे नौवीं अनुसूची में शामिल कर गुर्जरों को आरक्षण दे। इससे पहले 12 बजे तक के आंदोलनकारियों के अल्टीमेटम पर भंवरलाल ने कहा था कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए राज्य सरकार अपना काम करेगी।
वहीं पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एम एल लाठर ने बताया कि आंदोलन के दौरान कहीं से अप्रिय घटना का कोई समाचार नहीं है। रविवार को कुछ हुड़दंगियों ने धौलपुर में पुलिस के तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया था और हवा में गोलियां चलाईं थीं।
लाठर ने बताया कि आंदोलनकारियों ने दौसा जिले में सिकंदरा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 को अवरूद्ध कर दिया है। इसके साथ ही नैनवा (बूंदी), बुंडला (करौली) व मलारना में भी सड़क मार्ग अवरूद्ध है।