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आज करुणानिधि के बाद स्टालिन ने संभाली पार्टी की कमान
By Deshwani | Publish Date: 28/8/2018 10:58:22 AMनई दिल्ली। तमिलनाडु की राजनीति में आज पीढ़ी परिवर्तन हो गया है। डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि के निधन के बाद आज उनके बेटे एम.के. स्टालिन औपचारिक रूप से पार्टी के अध्यक्ष बन गए। स्टालिन पिछले काफी लंबे समय से बतौर कार्यकारी अध्यक्ष पार्टी को चला रह थे। दरअसल, पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ स्टालिन ने ही नामांकन किया था। अभी तक डीएमके के इतिहास में स्टालिन पार्टी का अध्यक्ष पद संभालने वाले दूसरे ही नेता हैं। इससे पहले करुणानिधि 49 साल तक पार्टी के अध्यक्ष रहे थे।
करुणानिधि ने पिछले साल स्टालिन को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था लेकिन पार्टी प्रमुख की कमान अपने ही हाथ में रखी थी। करूणानिधि की बेटी द्वारा स्टालिन का समर्थन और 2016 ये कहना कि पिता के बाद उनके सौतेले भाई स्टालिन ही पार्टी संभालेंगे, इसके बाद अझगिरि की पार्टी से दूरी और बढ़ गई थी। अभी तक डीएमके के इतिहास में स्टालिन पार्टी का अध्यक्ष पद संभालने वाले दूसरे ही नेता होंगे। इससे पहले करुणानिधि 49 साल तक पार्टी के अध्यक्ष रहे थे।
आपको बता दें कि पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ स्टालिन ने ही नामांकन किया है। वहीं डीएमके के इतिहास में स्टालिन पार्टी का अध्यक्ष पद संभालने वाले दूसरे नेता होंगे। इससे पहले 49 साल तक करुणानिधि के अध्यक्ष रहे थे। बता दें कि एम के स्टालिन और अझागिरी सत्ता संघर्ष के चलते अलग-थलग हैं। करुणानिधि ने 2016 में वारिस घोषित करते हुए कह दिया था कि इस घोषणा का मतलब ये नहीं कि वह खुद संन्यास ले रहे हैं। उस वक्त उन्होंने कहा था कि यह कार्यकर्ताओं को संदेश है कि पार्टी का उत्तराधिकारी मौजूद है। इसके घोषणा से उन्होंने स्टालिन और अझागिरी के बीच चल रहे सत्ता संघर्ष पर विराम लगाने की कोशिश की।