भोपाल। साल के अंत में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले सभी दलों के नेताओं ने जनता को मनाने के लिए जोर-शोर से लगे हुए हैं। इसी कड़ी में रक्षाबंधन से पहले सीएम शिवराज सिंह ने राज्य की महिलाओं को मार्मिक चिट्ठी लिखी है। अपनी चिट्ठी में उन्होंने सूबे की महिलाओं से फिर से उन्हें सत्ता पर काबिज कराने की गुजारिश की है। इसके एवज में उन्होंने सुरक्षा और खुशहाल वातावरण देने का वादा किया है।
अपनी चिट्ठी में शिवराज सिंह ने सरकार की ओर से महिलाओं और बेटियों के लिए चलाई जा रही हर एक योजना का जिक्र करते हुए कहा कि आज वो जहां भी हैं अपने राज्य की बहनों की वजह से ही हैं।
सीएम ने अपनी चिट्ठी की आखिरी लाइनों में लिखा है 'आज मैं जीवन में जिस मुकाम पर हूं वो बहनों के आशीर्वाद से हैं। आने वाले पांच साल में भी बहनों को समाज में सम्मान दिलाने का काम करूंगा। आने वाले पांच वर्षों में अपनी बहनों, भानजियों, बेटियों के लिए अधिक सुरक्षित, सम्मानित एवं खुशहाल वातावरण बनाकर उनकी आर्थिक एवं सामाजिक आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करना ही मेरे जीवन का मिशन है। ये पत्र मिलते ही वो समझ लें कि उनका भाई उनके द्वार आ गया है।'
वहीं कांग्रेस इसे शिवराज सिंह की सियासी चाल बता रही है। कांग्रेस का कहना है कि जो शिवराज सरकार पिछले 15वर्षों में बहनों भांजियों को प्रदेश में सुरक्षित माहौल नहीं दे पायी,प्रदेश को महिला अत्याचार में देश में शीर्ष पर ला खड़ा कर दिया,वो अब रक्षाबंधन जौसे पवित्र त्योहार पर किस मुंह से बहनों से सुरक्षित और ख़ुशनुमा माहौल के लिये 5 वर्ष और मांग रहे हैं ?
अब देखने वाली बात होगी की मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटों में सीएम शिवराज को कितनी सीटों पर बहनों का आर्शीवाद मिलता है और अगले पांच साल की कमान का ताज उनके सिर चढ़ पाता है या नहीं।