नई दिल्ली। दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से करीब आधा मीटर से ज्यादा ऊपर बह रही है। जानकारी के मुताबिक, हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी सोमवार शाम तक दिल्ली पहुंच सकता है। बताया जा रहा है कि आज शाम को इतनी अधिक मात्रा में पानी यमुना में पहुंचने पर इसका व्यापक असर दिल्ली के विभिन्न इलाकों में देखने को मिल सकता है। ऐसे में स्थिति खतरनाक हो सकती है। प्रशासन की ओर से बाढ़ की चपेट में आने वाले इलाके में रहने वाले लोगों को लगातार हटाया जा रहा है। वहीं, संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए रविवार को करीब शाम 7 बजे से ही ट्रैफिक पुलिस ने लोहे के पुल पर दोनों ओर से यातायात को बंद कर दिया।
खतरे की आशंका को देखते हुए रेलवे ने लोहे के पुल को रेल यातायात के लिए बंद कर दिया था। इसी के साथ रेलवे ने इस पुल से गुजरने वाली 27 ट्रेनों को कैंसिल करने के साथ 7 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन करने का निर्णय लिया था, लेकिन अब इसे खोल दिया गया है। उत्तरी रेलवे के सीपीआरओ निति चौधरी के मुताबिक, रेलवे से ट्रेनों की आवाजाही लोहे के पुल पर फिर शुरू कर दी है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे यमुना में बढ़ते जलस्तर पर नजर रखे हुए है।
दिल्ली यातायात पुलिस ने रविवार को पुराने लोहे के पुल पर दोनों तरफ से आवाजाही बंद कर दी थी। वहीं, सोमवार को इस पुल से रेल यातायात प्रभावित हुआ है। रेलवे अधिकारियों ने पहले ही कह दिया था कि युमना का जलस्तर 205.7 मीटर के स्तर को पार करता है तो ट्रेनों की आवाजाही रोकी जाएगी। संयुक्त आयुक्त यातायात आलोक कुमार के मुताबिक, कश्मीरी गेट व यमुना बाजार की तरफ से पुल पर जाने वाले रास्ते बंद कर दिए गए। वहीं, दूसरे छोर पर गीता कॉलोनी की तरफ भी पुल बंद कर दिया गया है। दोनों जगह यातायात व स्थानीय थाना पुलिस की तैनाती कर दी गई है। पैदल यात्रियों के लिए भी पुल बंद कर दिया गया है।
हिमाचल के पहाड़ी इलाकों से बहकर आ रहा पानी हरियाणा में यमुना नदी के रास्ते चार किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दिल्ली की ओर बढ़ रहा है। यमुनानगर स्थित हथनीकुंड बैराज से अब तक 6 लाख 5 हजार 949 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। राजधानी दिल्ली में पहले ही बाढ़ के हालात बन गए हैं और यमुना का जलस्तर बढ़कर 205.51 मीटर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से 0.68 मीटर ऊपर है। निचले इलाकों में पानी लोगों के घरों तक पहुंच गया है। पानी भर जाने से रविवार को जैतपुर इलाके की विश्वकर्मा कॉलोनी को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। यमुना के निचले इलाके में स्थित सभी झुग्गी- बस्तियों को भी खाली कराया जा रहा है। पुलिस, सिविल डिफेंस व आपदा प्रबंध प्राधिकरण की टीमें सतर्क हैं। सोमवार को दिल्ली में बाढ़ की स्थिति भयावह हो सकती है।