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मेडिकल साइंस का कमाल, डॉक्टरों ने परिवार को कैंसर से बचाया
By Deshwani | Publish Date: 29/7/2018 11:26:52 AMमुंबई। बेंगलुरु की रहने वाली स्वयंप्रभा को मुंबई के एक अस्पताल ने जीने की नई उम्मीद दी है। स्वयंप्रभा को आठ साल पहले पता चला था कि उनके शरीर में एक ऐसा जीन है जो कैंसर बन सकता है। स्वयंप्रभा को इस बात की चिंता ज्यादा थी कि कहीं ये जीन उनके बच्चों में न पहुंच जाए लेकिन मुंबई के पेड्डर रोड स्थित जसलोक अस्पताल ने उनकी चिंता को खत्म किया और उन्होंने अब जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है जिनमें यह जीन नहीं पाया गया है।
स्वयंप्रभा के शरीर संरचना में एक मामूली जीन (म्यूटेशन) था जो कि ब्रेस्ट या ओवेरियन कैंसर का कारण बन सकता था। उनकी मां को भी कैंसर था और उनकी दोनों मौसियों की मौत भी कैंसर से हुई थी। स्वयंप्रभा को डर थी कि यदि यह जीन कैंसर बन गया तो उनके बच्चे भी इसकी चपेट में आ जाएंगे। लेकिन आईवीएफ (इन वीट्रो फर्टिलाइजेशन) स्पेशलिस्ट फिरूजा पारिख प्रभा के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर आई।