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मध्यप्रदेश: प्रेग्नेंट महिला को अस्पताल से रात में किया बाहर, एंबुलेंस देने से किया इंकार
By Deshwani | Publish Date: 28/7/2018 4:21:18 PMश्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जहां प्रसव कराने आई महिला को जिला अस्पताल के स्टाफ ने रात 1 बजे अस्पताल से बाहर का रास्ता दिखा दिया। प्रसव का समय नजदीक होने के चलते एक महिला जिला अस्पताल में भर्ती थी। परिजनों ने डॉक्टर्स से महिला की हालत के बारे में पूछा तो डॉक्टर ने सब कुछ ठीक होने की बात कही, लेकिन रात में जब महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो रात को डॉक्टर्स ने ऑपरेशन का सामान न होने की बात कह कर महिला को परिवार सहित हॉस्पिटल से बाहर जाने को कह दिया। ऐसे में महिला के पति और सास ने डॉक्टर से गुहार लगाई कि इतनी रात को कहां ले जायेगें तो डॉक्टर ने महिला को राजस्थान के सवाई या माधौपुर ले जाने की सलाह दे दी और इलाज से साफ इंकार कर दिया।
वाहन की सुविधा न होने पर जब महिला की सास और पति ने हॉस्पिटल स्टाफ से एंबुलेंस की मदद मांगी तो गाड़ी देने से भी मना कर दिया। जिसके बाद महिला के परिजन उसे पैदल ही निजी अस्पताल ले गए। जहां महिला ने बच्चे को जन्म दिया। यह पहला मामला नहीं है जब अस्पताल प्रबंधन और स्टाफ को मरीजों से इस तरह का कड़ा बर्ताव करते देखा गया हो। इसके पहले भी उम्मीद लेकर आए मरीजों को अस्पताल से भगाए जाने या फिर सुविधा न देने के कई मामले सामने आ चुके हैं।
महिला के परिजनों के मुताबिक महिला को अगर वह सही टाइम पर दूसरे अस्पताल लेकर न जाते तो महिला या उसके बच्चे की जान भी जा सकती थी। परिजनों ने अस्ताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि "पहले तो अचानक ही अस्पताल प्रबंधन ने हमें जाने को कह दिया और उसके बाद न तो महिला को जननी एक्सप्रेस मुहैया कराई और न ही कोई दूसरा वाहन जिसके चलते हमें उसे पैदल ही दूसरे अस्पताल लेकर जाना पड़ा।" वहीं जिला अस्पताल से इस तरह का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर लोगों को डॉक्टर्स पर विश्वास के प्रति सोचने को मजबूर कर दिया है।