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हिंसक हुआ मराठा आरक्षण आंदोलन, इंटरनेट सेवाएं बंद और फूंकी कई गाड़ियां
By Deshwani | Publish Date: 24/7/2018 6:06:42 PM औरंगाबाद। सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर मराठों के आंदोलन ने सोमवार को उस समय त्रासद मोड़ ले लिया जब 27 वर्षीय एक प्रदर्शनकारी ने औरंगाबाद के समीप गोदावरी नदी में कूदकर अपनी जान दे दी। युवक की मौत के बाद लोग उग्र हो गए और उन्होंने महाराष्ट्र के कई इलाकों में गाड़ियों और बसों में तोड़फोड़ की। इस बीच मंगलवार को भी दो और युवकों ने नदी में कूदकर जान देने की कोशिश की। कुछ प्रदर्शनकारियों ने विरोध में अपने सिर मुंडवा लिए।
बंद का सबसे ज्यादा असर मराठवाड़ा इलाके में दिख रहा है। यहां स्कूल और कॉलेज बंद हैं। औरंगाबाद में इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई और प्रदर्शनकारी धरना दे रहे हैं। वहीं आंदोलन को देखते हुए उस्मानाबाद शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। औरंगाबाद-पुणे मार्ग भी बंद है। यहां मराठा क्रांति मोर्चा समन्वय समिति के सदस्य विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
औरंगाबाद के डीएम उदय चौधरी ने मराठा क्रांति मोर्चा की अधिकांश मांगें मान ली हैं, साथ ही सरकार मृतक काकासाहेब शिंदे के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा और उसके छोटे भाई को सरकारी नौकरी भी देगी। वहीं विपक्ष ने इस पूरी मामले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के सिर ठीकरा फोड़ा है। प्रदर्शनकारियों ने मराठों के लिए तत्काल आरक्षण की घोषणा तथा मृतक शिंदे के परिवार के लिए 50 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है।