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प्रशासन की लापरवाही, सडकों पर धडल्ले से दौड रहे हैं डग्गामार वाहन
By Deshwani | Publish Date: 23/7/2018 10:15:30 AMलखीमपुर। डग्गामार वाहनों तथा बिना परमिट के चलने वाली सवारी गाडियों से यात्री हर एक दिन मौत का सफर तय करके अपने गंतव्य तक पहुंच ही जाते है। यह पहली बार नहीं है हर रोज सडकों पर देखने को मिलता है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी एआरटीओ पुलिस तथा जिला प्रशासन की लापरवाही से यह वाहन सडकों पर धडल्ले से दौड रहे हैं जिनका किसी की जान से कोई सरोकार नहीं है।
तेज गति व परमिट से अधिक सवारियों को भरकर चलना तथा बसों की छतों पर भी यात्रियों को बैठाकर चलना इनकी आदत में सुमार हो गया है। जिले मे चारों तरफ मकडजाल की तरह फैले टेक्सी स्टेण्डों से परमिट से अधिक सवारियों को बैठाकर तथा साईडों में सवारियों को लटकाकर ढोया जा रहा है लोग अपनी जान से खिलवाड करके यात्रा करने लगते है और कई हादसों के बाद भी इन अनियन्त्रित सवारी बैठाने वाले वहनों पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है जिसका नतीजा यह है कि वाहन चालक कोतवालियों थानो व पुलिस चौकियों के सामने से वेधडक तेज गति तथा ओवरलोड सवारियों के साथ सरेआम फर्राटा भरकर निकलते रहते है और पुलिस कोई कदम नहीं उठाती है और यदा कदा पुलिस जाँच चलाकर महज दो पहिया वाहन चालको का कभी हेलमेट कभी पेपर बीमा की कमी के चलते चालान कर कर्तव्यों की इतिश्री कर लेती है। जनपद की सडकों पर प्राइवेट बसों की छत पर जान जोखिम में डालकर यात्री बसों में खुलेआम सफर करते हैं। जब बस के अंदर जगह नहीं मिलती है तो वाहन चालक बस के ऊपर छत पर सवारियों को भरते हैं जिससे आए दिन घटना घटित हुआ करती हैं कई यात्रियों ने बताया कि जब भी वह मैजिक या टेम्पो मे सफर करने पर गाडी का ड्राइबर तव तक गाडी नहीं चलाता जब तक कि ओवरलोड सबारी न भर ले यही नहीं मैजिक वाहनो मे तो आगे वाली सीट पर ड्राइबर पांच पांच सबारियां भरते हैं व स्वयं किसी सबारी की गोद मे आधा लटक कर तेज रफ्तार मे गाडी चलाते हैं । यदि कोई सबारी ओवर लोड का विरोध करती है तो यह ड्राइबर उसे जबरन नीचे उतार कर ले जाने से मना कर देते हैं प्राइवेट बसों का हाल तो और भी बुरा है ।स्टैंड पर ठसाठस सबारी भरने के बाद गाडी निकालने के पश्चात रास्ते मे मिलने वाली सबारियो का इंतजार कर टाइम वर्वाद करते हैं बाद मे गंतव्य स्थान पर ठीक टाइम पर गाडी पहुचाने के नियम के चलते पूरी तरह ओवर लोड होने के बावजूद निर्धारित गति से न चलकर काफी तेज रफ्तार से दौड़ाते हुये भागम भाग करते हैं और ऐसी बसों के ड्राइवर राहगीरों को साइड भी नहीं देते है बल्कि अपनी साइड में चल रहे राहगीरों को ओवरटेक कर उनकी जिंदगी के साथ तो आये दिन खिलवाड़ करते ही हैं वल्कि तेज रफ्तार के चलते अक्सर प्राइवेट बस पलट जाने के कारण जहां कई यात्रियों को गंभीर चोटें लग जाती है तथा कई की जाने चली जाती है लेकिन इससे परिवहन विभाग के अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पडता है और आम नागरिक अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगत जाता है प्रशासन भी सिर्फ एक दो दिन के लिए सख्त रवैया अपना कर अपना पल्ला झाड़ लेता है लगरहा है अब पुनः प्रशासन फिर किसी भीषण हादसे का इंतजार कर रहा है शायद इसीलिए इन प्राइवेट बस चालकों व ओवर लोड मृत्यु दूत वन कर फर्राटा मार कर तेज रफ्तार दौडते वाहनो की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
इंतजार है कि अब न जाने कब जिम्मेदार लापरवाही से जागकर इन मृत्युदूत वन कर दौड रहे मैजिक, टेम्पो,बसो की नियमित जांच कर कार्यवाही करना प्रारम्भ कर वेगुनाह यात्रिओ की जिंदगी से निरंतर हो रहे खिलवाड से मुक्ति दिला कर आये दिन इन ओवर लोड वाहनो के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से मुक्ति दिला कर यात्रियों को पूर्ण सुरक्छित निरापद दुर्घटना विहीन यात्रा उपलव्ध कराने मे अपना योगदान देते हुये यात्रियों के जीवन से हो रहे खिलवाड पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने मे सफल होगे।