राज्य
बिना मुहुर्त शादी से दूल्हा-दुल्हन ने किया इंकार
By Deshwani | Publish Date: 16/7/2018 1:56:19 PMकोरबा। छत्तीसगढ़ में एक सामूहिक शादी में उस समय बबाल मच गया जब दूल्हा- दुल्हनों ने बैगेर मुहूर्त फेरे लेने से इंकार कर दिया है। दरअसल अब अक्टूबर महीने में ही विवाह के मुहूर्त शुरू होंगे। दूसरी ओर राज्य में विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लग जाएगी, ऐसे में विवाह की नई तिथि को लेकर अफसर पसोपेश में हैं।
छत्तीसगढ़ में 'मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना' ने राज्य के सभी 27 जिलों में विवाह योग्य वर वधुओं की मुसीबत बढ़ा दी है। सरकार ने विवाह की तिथि 20 जुलाई निर्धारित की है। सरकार के महिला और बाल विकास विभाग ने इस योजना के तहत विवाह करने के इच्छुक सभी लड़के और लड़कियों की कुंडली भी तैयार कर ली है, लेकिन विवाह की तारीख को लेकर लड़के- लड़कियों के अलावा उनके परिजनों ने भी इस तिथि में शादी करने से इंकार कर दिया है।
महिला और बाल विकास विभाग को वर्ष 2017-18 में राज्य भर में 14,800 जोड़ों के विवाह का लक्ष्य मिला है. विभाग ने इस लक्ष्य को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उसने शादी की तैयारियों को अंतिम रूप भी दे दिया लेकिन आखिरी वक्त दूल्हा- दुल्हन और उनके परिजनों ने जब विवाह के मुहूर्त को लेकर अपने पंडितों से चर्चा की तो उनके अरमानो पर पानी फिर गया। बैगेर मुहूर्त कोई भी शादी के लिए राजी नहीं हुआ। बल्कि महिला एवं बाल विकास विभाग को लड़के और लड़कियों ने दो टूक कह दिया कि अशुभ मुहूर्त में उनकी शादी हुई तो लेने के देने पड़ जाएंगे, उनका वैवाहिक जीवन भी खटाई में पड़ जाएगा। कोरबा जिले में सभी 160 जोड़ों ने विवाह से इंकार कर दिया है।