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अकबर नहीं महाराणा प्रताप महान थे : योगी
By Deshwani | Publish Date: 15/6/2018 1:27:14 PM
अकबर नहीं महाराणा प्रताप महान थे : योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम में कहा कि अतीत से भटका समाज कभी अपने उज्ज्वल भविष्य का आधार नहीं रख सकता। हमारा अतीत ही हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। विपरीत परिस्थितियों में भी देशभक्ति, शौर्य, पराक्रम, साहस, त्याग जिसने पूरे देश के सामने प्रस्तुत किया वह नाम महाराणा प्रताप का ही है। आईएमआरटी इंजीनियरिंग कॉलेज विपुलखंड गोमतीनगर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अकबर नहीं महाराणा प्रताप महान थे, क्योंकि उन्होंने अपने स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा हमारा अतीत हमें बहुत कुछ सिखाता है। महाराणा प्रताप ने अकबर के सैनिकों को दो टूक कहा था कि विदेशी और विधर्मी को हम अपना बादशाह नहीं स्वीकार कर सकते। उन्होंने कहा कि वनवासी समाज आज भी अपने को राणा प्रताप का वंशज मानते हैं।


साथ ही कहा कि हमारा अतीत ही हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है और महाराणा प्रताप के जीवन और शौर्य से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप के सामने अकबर का एक संदेश था कि वे उसे अपना बादशाह स्वीकार कर लें। ये संदेश ले जाने वालों में जयपुर के राजा मान सिंह भी थे, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद अधर्मी, विदेशी को महाराणा प्रताप ने बादशाह स्वीकार नहीं किया।


उन्होंने कहा कि उस दौरान अकबर के साथ स्वाभिमान, सम्मान गिरवी रखने वाले राजा भी थे, लेकिन महाराणा प्रताप ने स्वाभिमान, सम्मान को अपने छोटे से राज्य के साथ जीवित रखा। यही कारण है 500 साल बाद भी लोग महाराणा प्रताप को याद कर रहे हैं। अगर उन्होंने अकबर की शर्त मान ली होती तो क्या आज मेवाड़ को हम स्वाभिमान का प्रतीक मान रहे होते। महान अकबर नहीं, महान महाराणा प्रताप थे जिन्होंने उस काल में भी स्वाभिमान सम्मान बनाए रखा।

 

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