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2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए सपा बसपा का साथ देने को तैयार
By Deshwani | Publish Date: 11/6/2018 11:01:44 AMलखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी को 2019 लोकसभा चुनाव में मात देने के लिए सपा ने बसपा का साथ नहीं छोड़ना चाहती है। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन को लेकर बसपा अध्यक्ष मायावती का दबाव काम आने लगा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मैनपुरी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गठबंधन के लिए वह त्याग को तैयार हैं और अगर उन्हें गठबंधन करने के लिए दो-चार सीटें कम पर भी समझौता करना पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगे।
मायावती ने कैराना लोकसभा उपचुनाव के पहले साफ कर दिया था कि अगर उन्हें सम्मानजनक सीटें नहीं मिलीं तो उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। मायावती के इस बयान को राजनीतिक तौर पर एक बड़े बयान के तौर पर देखा जा रहा था, जिसमें उन्हें बड़ा पार्टनर मानने की एक जिद निहित थी।
मैनपुरी में अखिलेश यादव ने एक बार फिर गठबंधन के लिए मायावती के सामने अपने हथियार डाल दिए हैं और त्याग के नाम पर उन्होंने मायावती को बड़े पार्टनर के तौर पर मंजूर भी कर लिया है। अब देखना यह है अखिलेश यादव के लगभग जूनियर पार्टनर बनने के लिए तैयार हो जाने के बाद कितनी सीटों पर दोनों पार्टियों के बीच समझौता होता है।
फूलपुर-गोरखपुर उपचुनाव में सपा को बसपा ने समर्थन किया था। इसका नतीजा था कि बीजेपी को करारी हार मिली। इसके बाद से दोनों पार्टियां के बीच रिश्ते मजबूत हुए हैं। यही वजह है कि अखिलेश यादव बसपा का साथ किसी भी सूरत में छोड़ने को तैयार नहीं है।