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पत्थरबाजों की भीड़ के बीच से आतंकियों ने सीआरपीएफ के जवानों पर किया ग्रेनेड से हमला
By Deshwani | Publish Date: 4/6/2018 7:29:55 PM नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने महज छह घंटों के अंतराल में दो बड़े हमलों को अंजाम दिया है। दोनों हमलों में आतंकियों ने सुरक्षाबलों सहित स्थानीय नागरिकों को निशाना बनाया है। आतंकियों ने पहला हमला सोमवार (4जून) की दोपहर शोपियां के बटपाल इलाके में किया। वहीं दूसरा हमला सोमवार शाम करीब छह बजे पुलवामा के तहाव इलाके में अंजाम दिया गया। पुलवामा के तहाव इलाके में हुए आतंकी हमले में कुल सात लोग हताहत हुए हैं। जिसमें सीआरपीएफ के चार जवानों और तीन स्थानीय नागरिक शामिल हैं। सभी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत स्टेबल बताई गई है. हमला करने वाले आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
सुरक्षाबल से जुडे़ वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सीआरपीएफ की 182वीं बटालियन में तैनात ट्रुप की तैनाती पुलवामा के तहाव इलाके में थी। यहां पर सीआरपीएफ के जवानों की मुख्य जिम्मेदारी कानून-व्यवस्था को बहाल रखने की थी। दोपहर करीब 4.17 बजे पत्थरबाजों की भीड़ ने जवानों पर हमला बोल दिया। पहले पत्थरबाज जवानों पर पत्थरों की बरसात करते रहे, इसी बीच भीड़ के बीच से आतंकियों ने ग्रेनेड से सीआरपीएफ के जवानों पर हमला कर दिया। ग्रेनेड हमले में सीआरपीएफ के चार जवानों सहित तीन स्थानीय नागरिक हताहत हो गए। हताहत होने वालों में सीआरपीएफ के कंपनी कमांडर भी शामिल हैं। सभी हताहतों को पुलवामा के यूनिट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
जम्मू-कश्मीर के शोपियां इलाके में आतंकियों ने सोमवार दोपहर गश्त पर निकले शोपियां के एसएचओ की बख्तरबंद गाड़ी पर ग्रेनेड से हमला किया था। आतंकियों इस हमले को शोपियां के सबसे भीड़भाड़ वाले बाजार बटपोरा चौक में अंजाम दिया है। हमले में एक दर्जन से अधिक लोगों के हताहत हुए थे। हताहत हुए लोगों में सुरक्षाबल का एक जवान और तीन वर्ष की मासूम बच्ची गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। सुरक्षाबल के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार एक सुरक्षाकर्मी और तीन वर्षीय बच्ची सहित दो लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। इन सभी को बेहतर इलाज के लिए शोपियां से श्रीनगर के लिए रेफर कर दिया गया है. वहीं आतंकी हमले की सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है। हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों की संयुक्त टीमें सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
जम्मू और कश्मीर में आतंकियों की हैवानियत का शिकार बने स्पेशल पुलिस ऑफीसर आकिब वागे ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दे दिया। शहीद आकीब बागा ने शनिवार (2 जून) को श्रीनगर में स्थिति सेना के बेस अस्पताल में अंतिम सांस ली। उल्लेखनी है कि 29 मई को कुछ आतंकियों ने स्पेशल पुलिस ऑफीसर आकिब बागे का पुलवामा के पुछाल गांव से अपहरण कर लिया था। अपरहण करने के बाद आतंकी आकिब वागे को समीप के जंगलों में ले गए। जहां आकिब को पहले कठोर प्रताड़ना दी गई, इसके बाद आतंकियों ने उनके दोनों पैरों और पेट में कई गोलियां मारी थी। आतंकी वारदात की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने पुलवामा के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया था। हालत नाजुक होने पर उन्हें श्रीनगर स्थिति सेना के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान डॉक्टरों को उनकी दोनों टांगे काटनी पड़ी थी। शनिवार को इलाज के दौरान उनकी शहादत हो गई।