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कैराना-नूरपुर में बीजेपी की करारी हार से यूपी की राजनीति में आया भूचाल
By Deshwani | Publish Date: 31/5/2018 6:25:51 PMलखनऊ। यूपी में फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव के बाद अब कैराना-नूरपुर में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी की इस हार से प्रदेश की राजनीतिक में भूचाल सा आ गया है। बीजेपी खेमे में जहां मायूसी छाई हुई है वहीं विपक्ष इस जीत का जश्न ढ़ोल-नगाड़ों के साथ मना रहा है।
कैराना की लोकसभा सीट पर रालोद प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह को सीधे मुकाबले में करारी शिकस्त दी है। तबस्सुन हसन ने बीजेपी की मृगांका सिंह को जबकि सपा के नईमुल हसन ने बीजेपी की अवनि सिंह को हराया है। जो सबसे खास बात वो ये कि इन सीटों पर पहले बीजेपी का ही कब्जा था, जो इसे हार से बचा नहीं पाई।
गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में जीत के बाद सपा-बसपा ने यही फार्मूला कैराना-नूरपुर में भी अपनाया जो बेहद कारगार साबित हुआ। सपा-बसपा और रालोद ने मिलकर बीजेपी को दोनों सीटों पर करारी शिकस्त दी। बीजेपी को दोनों सीटों पर अगर इतनी बुरी हार का सामना करना पड़ा है तो इसके पीछे महागठबंधन फार्मूला ही है। क्योंकि अगर सभी विपक्षी पार्टियों ने एकजुट होकर चुनाव नहीं लड़ा होता तो बीजेपी को हराना मुस्किल था।
कहा जाता है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से ही होकर जाता है। इसलिए 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश पर लोगों की निगाह बनी हुई है। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के एक साथ चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद बीजेपी की मुश्किलें भी बढ़ गई है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में सहयोगी दल के साथ 42 प्रतिशत मत हासिल कर 73 सीटों पर कब्जा किया था, लेकिन उपचुनाव में मिली हार ने बीजेपी को अपनी रणनीति नए सिरे से बनाने के लिए विवश कर दिया है।