वाराणसी पुल हादसा: 18 लोगों की मौत, चीफ मैनेजर समेत 4 अधिकारी निलंबित, 48 घंटे में मांगी रिपोर्ट
वाराणसी। कैंट रेलवे स्टेशन के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने से अब तक 18 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 13 जख्मी लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद देर रात तक रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया और अब घटनास्थल पर बचाव का काम पूरा हो गया है। क्षतिग्रस्त वाहन घटनास्थल से हटा लिए गए हैं।
हादसे के बाद योगी सरकार एक्शन में दिखाई दे रही है। सरकार ने चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर एचसी तिवारी समेत चार लोगों को सस्पेंड कर दिया है। वे वाराणसी में देररात तक घायलों से मिलते रहे। साथ ही विभागीय अधिकारियों के साथ रात में ही इस परियोजना में हुई लापरवाही की समीक्षा की, जिसेक बाद चार लोगों को सस्पेंड करने के निर्देश दे दिए। इसके अलावा आगे की जांच के लिए तीन सदस्यीय तकनीकी समिति का गठन भी कर दिया गया है। जांच कमेटी के चीफ राज प्रताप सिंह सुबह घटनास्थल पर पहुंचे हैं।
हादसा कल शाम 4 बजे के करीब वाराणसी-इलाहाबाद की ओर जाने वाले राजमार्ग पर हुआ, जब ये ओवरब्रिज भरभराकर गिर गया। ओवरब्रिज के नीचे ट्रैफिक चल रहा था। गाड़ियां सड़क से चिपक गईं। जो जहां था, वहीं थमकर रह गया। कुछ लोगों की चीखें निकल गईं, वहीं कुछ को चीखने का मौका तक नहीं मिला। देखते ही देखते 15 लोग मौत के मुंह में समा गए।
जैसे ही ओवरब्रिज भरभराकर गिरा, वहां अफरातफरी मच गई, चीख पुकार मच गई। कारों के परखच्चे उड़ गए। हादसे की चपेट में एक मिनी बस, कार और कई मोटरसाइकिल आ गई। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि 8 से 10 मोटरसाइकिल भी इसकी चपेट में आई हैं।
हादसे के बाद देर रात वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय जांच टीम गठित कर उनसे 48 घंटे में हादसे पर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सीएम योगी ने इस दौरान वाराणसी में घायल लोगों से भी मिले। अधिकारियों ने बताया कि निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा जब ढहा, उस वक्त कोई काम नहीं चल रहा था। अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुल निर्माण निगम इस 2261 मीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण 129 करोड़ की लागत से कर रहा था। फ्लाईओवर का जो हिस्सा गिरा है, उसे तीन महीने पहले ही बनाया गया था।
प्रधानमंत्री एवं स्थानीय सांसद नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर स्थिति का जायजा लिया और हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। साथ ही प्रभावित लोगों की हर सम्भव मदद सुनिश्चित करने को कहा। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
लखनऊ में एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को मौके पर भेजा। जिनके निर्देश पर मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिये कृषि उत्पादन आयुक्त राज प्रताप सिंह की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जो 48 घंटे के अंदर मामले की तकनीकी जांच, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के प्रस्ताव के साथ अपनी रिपोर्ट उपलब्ध करायेगी। योगी ने राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के परिजन को 5-5 लाख रुपये तथा घायलों को 2-2 लाख रुपये की सहायता का एलान भी किया।