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आसाराम बने कैदी नंबर 130, पेड़-पौधों में डालेगा पानी
By Deshwani | Publish Date: 26/4/2018 1:40:42 PMजोधपुर। रेप केस में उम्रकैद की सजा पाने के बाद जोधपुर जेल में आसाराम की सजा शुरू हो गई है। आसाराम को जेल में अब नई पहचान मिली है। सजा पाने के बाद पहली रात आसाराम ने बड़ी मुश्किल से काटी। रेप केस में दोषी साबित होने और सजा सुनाए जाने के बाद अब आसाराम जोधपुर कोर्ट में सजायाफ्ता मुजरिम के तौर पर रहना शुरू कर दिया है। एक साल में यह दूसरा मामला है जब कोई बाबा दुष्कर्म के मामले में दोषी पाया गया है। बीते साल अगस्त में गुरमीत राम रहीम को यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी करार दिया गया था। सजा के ऐलान के बाद आसाराम को फिलहाल जोधपुर जेल में रखने का निर्देश है। वहां उसे कैदी नंबर 130 का बिल्ला मिला है। उम्र ज्यादा होने के कारण उसे बुजुर्ग श्रेणी में रखा गया है।
जेल अधिकारियों ने आसाराम को सजायाफ्ता कैदी की श्रेणी में रखा है। उस पर वे सभी नियम लागू हैं जो अन्य कैदियों के लिए हैं। उसकी उम्र को देखते हुए वह बुजुर्ग कैदियों के दायरे में आता है। जेल के नियमानुसार इतने बुजुर्ग कैदी से ज्यादा काम नहीं लिया जाता। उससे जेल में पेड़-पौधों में पानी डालने जैसा हल्का-फुलका काम ही कराया जाएगा।