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दलित सांसदों की नाराजगी के बीच प्रधानमंत्री मोदी से सीएम योगी ने की मुलाकात
By Deshwani | Publish Date: 8/4/2018 12:14:45 PM
दलित सांसदों की नाराजगी के बीच प्रधानमंत्री मोदी से सीएम योगी ने की मुलाकात

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उनकी मुलाकात ऐसे समय हुई है जब दलित समुदाय के कुछ बीजेपी सांसदों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ असंतोष व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखे हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि आदित्यनाथ ने राज्य में अंबेडकर जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल को आयोजित होने वाले कार्यक्रम के विषय में चर्चा की। इसके अलावा 14 अप्रैल से 5 मई के बीच आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के बारे में भी योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री को जानकारी दी।

 
उत्तरप्रदेश भाजपा सूत्रों ने मौर्य की प्रधानमंत्री से मुलाकात की पुष्टि की है। लेकिन मौर्य के कार्यालय ने इस बारे में अनभिज्ञता जताई। मौर्य के कार्यालय सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की कि वह दिल्ली में हैं। मौर्य आज राज्य में शामली में एक जनसभा को संबोधित करने और कृष्णा नदी पर दो पुलों का शिलान्यास करने के बाद दिल्ली आए। अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले भाजपा सांसदों में साबित्री बाई फुले, छोटे लाल, डा. यशवंत सिंह, अशोक दोहरे शामिल हैं। सांसद छोटे लाल ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में योगी आदित्यनाथ की शिकायत की थी।
 
दलित मुद्दे पर विपक्ष की ओर से हमले का सामना कर रही बीजेपी उत्तरप्रदेश में दलित समुदाय के अपने सांसदों के असंतोष का सामना कर रही है। राज्य में  अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। सार्वजनिक रूप से अपनी नाखुशी जताने वाले दलित सहयोगियों के साथ इटावा और नगीना के लोकसभा सदस्य अशोक कुमार दोहरे और यशवंत सिंह भी शामिल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र में दोहरे ने कहा कि देशभर में खासकर उत्तरप्रदेश में दलित और आदिवासियों को विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस झूठे मामले में ‘फंसा’ रही है. इससे उनके बीच असुरक्षा की भावना बढ़ रही है. उन्होंने बताया कि उन्होंने मुद्दे पर मोदी से भी मुलाकात की और उनकी प्रतिक्रिया सकारात्मक रही. हालांकि, प्रधानमंत्री को अपने पत्र में उन्होंने मुखर होकर आलोचना की थी. उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि पिछले चार साल में दलितों के लिए कुछ नहीं किया गया। साथ ही कहा कि समुदाय से उनके जैसे प्रतिनिधियों को अपने निर्वाचन क्षेत्र की चिंताओं के समाधान में मुश्किलें हो रही है.  
 
इन दो सांसदों के पहले , रॉबर्ट्सगंज से लोकसभा सदस्य छोटेलाल ने मोदी को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष मामला उठाने पर उन्होंने फटकार लगा दी थी. बीजेपी के इन तीन दलित सांसदों ने अपनी चिंताओं से अवगत कराने के लिए मोदी से संपर्क किया लेकिन बहराइच की सांसद सावित्री बाई फुले ने एक तरह से पार्टी के खिलाफ मोर्चा ही खोल दिया। 
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