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स्वच्छता से लग सकता है इंसेफेलाइटिस बीमारी पर विराम : योगी
By Deshwani | Publish Date: 3/4/2018 11:16:27 AMगोरखपुर। आज मुख्यमंत्री योगी ने आश्वासन दिया कि इंसेफेलाइटिस की रोकथाम के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने इस बीमारी से बचने के लिए लोगों को स्वच्छता के महत्व पर जोर देने के लिए कहा। उन्होंने स्कूल चलो अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि इस बीमारी को समाप्त करने के लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी लेकिन रोकथाम के लिए स्वच्छता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायतों की भागीदारी अनिवार्य है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता कार्यक्रम से हम भारत को स्वस्थ और स्वच्छ बनाएंगे। इंसेफेलाइटिस बीमारी की रोकथाम के लिए स्वच्छ पानी भी आवश्यक है। ग्राम प्रधानों के पास हैंडपंप की मरम्मत और नये हैंडपंप लगाने के लिए धन है। उन्होंने इस अभियान के बारे में बताया कि यह इन्सेफेलाइटिस के खिलाफ अभियान है।
इस बीमारी से गोरखपुर और बस्ती जोन सबसे अधिक प्रभावित हैं। इस अभियान में सबका साथ की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सबके सहयोग से इन्सेफेलाइटिस के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यह अभियान पूरे उत्तर प्रदेश में 15 दिन तक चलेगा और इस अभियान में यूनीसेफ एवं केन्द्र सरकार हमारे साथ है।
आंकड़ों के मुताबिक इंसेफेलाइटिस की वजह से हर साल पांच-छह सौ बच्चों को अपनी जिंदगी से महरूम होना पड़ रहा है। गत वर्ष की बात करें तो 2017 में अब तक इंसेफेलाइटिस के चलते करीब 200 बच्चों की मौत हो चुकी है। पिछले छह दिनों में तो 66 बच्चे दिमागी बुखार के चलते मौत के आगोश में समा गए। 1977 में पहली बार जापानी इंसेफेलाइटिस ने गोरखपुर में दस्तक दी थी। तब से पिछले 40 साल में करीब 10 हजार मासूम बच्चों की मौत इंसेफेलाइटिस के चलते हो चुकी है।