नई दिल्ली। दिल्ली के व्यापारियों ने आज सीलिंग का विरोध करते हुए बाजार बंद करने का आह्वान किया और रामलीला मैदान में व्यापारियों ने महारैली का आयोजन किया। यह आंदोलन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स तथा व्यापारी एवं वर्कर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में बंद और रैली का आह्वान किया गया है। इस रैली में व्यापारियों के बच्चे और महिला भी होंगी शामिल। महारैली के कारण शहर में जगह-जगह यातायात पर भी असर पड़ सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली में सीलिंग के विरोध में बाजारों में लाखों दूकानें बंद रहेंगे। व्यापारियों ने सीलिंग के विरोध में जगह-जगह रैलियां भी निकालेंगे और धरने प्रदर्शन भी करेंगे। जगह-जगह प्रदर्शन के बाद सभी व्यापारी रामलीला मैदान में एकत्र होकर सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेंगे। मिली जानकारी के अनुसार कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि सीलिंग के विरोध में आज व्यापारियों के बच्चे भी स्कूल-कॉलेज भी नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि, हमारा उद्देश्य धरना-प्रदर्शन कर सरकार को यह संदेश देना है कि यदि एक दुकान सील होती है तो इससे कई घरों का चूल्हा प्रभावित होता है।
उन्होंने ने दावा किया कि आज दिल्ली के प्रमुख बाजारों में शुमार मसलन कनॉट प्लेस, चांदनी चौक, करोल बाग, सदर बाजार, कमला मार्केट, चावड़ी बाजार, कश्मीरी गेट, खारी बावली सहित सभी प्रमुख बाजार बंद रहेंगे। सीमेंट, लोहा, हार्डवेयर, मशीनरी, पेपर एवं स्टेशनरी, रबड़ आदि से जुड़े संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया है। उन्होंने बताया कि उनके इस बंद का सभी राजनीतिक दलों, सभी व्यापारिक संगठनों और करीब 2000 छोटे-मोटे संगठनों का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने बताया कि 20 इंडस्ट्रीयल एरिया और 20 हजार ट्रांसपोर्टर भी उनके इस बंद में शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि बीते तीन महीनों में दिल्ली में लगभग 4000 से अधिक दुकानें सील कर दी गई हैं। जिससे हजारों लोगों का रोजगार खत्म हो गया है। बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर आ गए हैं। संगठन ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि सीलिंग तो की जा रही, मगर किसी के पास इसका कोई समाधान नहीं है। उन्होंने कहा जब सरकार 1500 अनाधिकृत कालोनियों को एक झटके में नियमित कर सकती है तो फिर दिल्ली की दुकानों को सीलिंग से बचाने के लिए सीलिंग स्थगन अथवा सीलिंग से माफी योजना क्यों नहीं ला सकती है। सीलिंग के खिलाफ दिल्ली के व्यापारी कई बार बंद का आयोजन कर चुके हैं। 23 मार्च को भी बाजार बंद रखे गए और कई स्थानों पर विरोध-प्रदर्शन किए गए। करोल बाग में व्यापारियों ने बर्तन बजाकर सीलिंग के खिलाफ प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने कहा कि इस बात की जांच की जाए कि क्यों व्यापारियों को उनके अधिकार से वंचित रखते हुए सीलिंग की जा रही है।