ग्वालियर। मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में रूसा के सहयोग से तीन करोड़ रूपए की लागत से निर्मित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सेंट्रल रिजर्व फैसिलिटी सेंटर का लोकार्पण किया। इस मौके पर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता शुक्ला, कुलाधिसचिव प्रो. आर के राव, कुलसचिव प्रो. आनंद मिश्रा सहित विश्वविद्यालय के प्रोफेसरगण और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सेंटर के लोकार्पण के पश्चात सेंटर का अवलोकन किया। इस सेंटर में उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की। विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता शुक्ला और प्रोफेसरगणों ने इस सेंटर के माध्यम से छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं की विस्तार से जानकारी दी। जीवाजी विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा मिशन के तहत इस सेंटर को स्थापित किया गया है। इस सेंटर के बन जाने से विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को साइंस की शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर सुविधायें उपलब्ध हो सकेंगीं। इसके साथ ही ग्वालियर-चंबल संभाग के अन्य शिक्षण संस्थाओं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को भी इस सेंटर का लाभ प्राप्त हो सकेगा।
कुलाधिसचिव प्रो. आर के राव ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से ए-श्रेणी के विश्वविद्यालयों में सेंट्रल रिसर्च फैसिलिटी सेंटर स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। मध्यप्रदेश में इंदौर, रीवा के साथ ही ग्वालियर में भी यह सेंटर स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस सेंटर में 5 लाख रूपए से अधिक की लागत के उपकरण रखे जायेंगे। इन उपकरणों के माध्यम से साइंस के विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ प्रयोग की विधि और जानकारी भी उपलब्ध हो सकेगी।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के फैसिलिटी सेंटर का भी अवलोकन किया
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जीवाजी विश्वविद्यालय में निर्मित किए जा रहे फैसिलिटी सेंटर का भी अवलोकन किया। इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, कुलपति संगीता शुक्ला एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इस फैसिलिटी सेंटर के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। इसके बन जाने से विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को विभिन्न गतिविधियों के लिये एक बेहतर स्थान और सुविधायें उपलब्ध होंगीं।