ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राज्य
मप्र में ''पद्मावत'' रिलीज को लेकर संशय, लेकिन दूसरी जगह दर्शकों ने सराहा
By Deshwani | Publish Date: 26/1/2018 4:37:58 PM
मप्र में ''पद्मावत'' रिलीज को लेकर संशय, लेकिन दूसरी जगह दर्शकों ने सराहा

भोपाल (हि.स.)। मध्‍य प्रदेश में संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म 'पद्मावत' की रिलीज का रास्ता शुक्रवार को भी साफ नहीं हो पाया है, हालांकि फिल्‍म पर बैन के बीच कुछ राज्यों को छोड़कर देश भर में ​फिल्म को भारी सुरक्षा के बीच रिलीज कर दिया गया है।
फिल्म देखने के बाद मीडिया से बातचीत ​में दर्शकों ने फिल्म की काफी तरीफ की है और कहा ​है कि फिल्म में राजपुताना घराने की वर्चस्व-त्याग को दिखाया गया है । फिल्म रिलीज को लेकर करणी सेना बेवजह प्रदर्शन कर रही है फिल्म को देखने पर उनको भी फक्र महसूस होगा। वहीं दूसरी ओर मप्र में फिल्म रिलीज नहीं होने पर सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर याचिका दायर कर न्यायालय की अवमानना का आरोप लगाया गया है।
बता दें कि, मध्‍य प्रदेश फिल्म एसोसिएशन ने फिल्म पद्मावत के विरोध के चलते राज्य में फिल्म रिलीज को लेकर अभी संशय में हैं, हालांकि 25 जनवरी को फिल्म एसोसिएशन ने खुद रिलीज नहीं करने का फैसला किया था, लेकिन देश भर में पद्मावत फिल्म पर दर्शकों ने अच्छी प्रतिक्रिया दी है जिससे उम्मीद लगाई जा सकती है कि मप्र में भी फिल्म को जल्द रिलीज किया जाएगा।
पूरे घटनाक्रम का विश्लेषण करें तो सबसे पहले फ़िल्म के उस विषय की बात करना चाहिए जिसे लेकर विवाद हुआ है। कहा गया था कि फ़िल्म में कुछ ऐसे बोल्ड सीन्स (स्वप्न दृश्य) गढ़े गए हैं जिनमें खिलजी और रानी पद्मावती (पद्मिनी) को एक साथ दिखाया गया है, लेकिन फ़िल्म के मौजूदा वर्जन में ऐसा कोई दृश्य नहीं है। वहीं फिल्म को लेकर दूसरा आरोप था कि इतिहास को तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है, लेकिन इन आरोपों को सही मान भी लिया जाए फिर भी फिल्म में देश के समृद्ध राजपूताना इतिहास का ही महिमामंडम हुआ है। पूरी फिल्म वीरांगना माता पद्मावती के अद्वितीय पराक्रम और राजधर्म को दर्शाती है।

 

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS