ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
राज्य
"लाख" का उत्पादन कर आत्म निर्भर बनी महिलाएं
By Deshwani | Publish Date: 22/1/2018 1:07:35 PM

कटनी (हि.स.)। अगर कुछ करने का जज्बा मन में हो, हर वो चीज आसानी से पाई जा सकती है, जिसकी हम आशा करते हैं। बस जरुरत होती है हौसले और मेहनत की। कुछ एसा ही कर दिखाया है कटनी जनपद के ग्राम टिकरवारा में महिलाओं के एक समूह ने। जहां आत्मा की टीम के सहयोग से मॉ शारदा खादय सुरक्षा समूह का गठन किया गया। इस समूह में सर्व सम्मति सें अनीता बाई पटेल को अध्यक्ष एवं सुमन बाई पटेल को सचिव बनाया गया। समूह गठन का उद्देश्य महिलाओं को वर्तमान परिवेश में आर्थिक दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाना था। चर्चा के दौरान महिलाओ के द्वारा बताया गया कि हर दैनिक छोटी से छोटी चीज के लिये उन्हे पुरूषों पर निर्भर रहना पड़ता है।
इसीलिए वे कुछ नया करना चाहती हैं। महिलाओं के इसी आत्मविश्वास के साथ आत्मा की टीम द्वारा समूह को लाख उत्पादन से अर्थिक विकास करने की सलाह दी गई। जिसके बाद महिलाओ को सिवनी जिले के आदर्ष लाख उत्पादन ईकाई का भ्रमण कराया गया। जहां इन्हें लाख उत्पादन का तकनीकी ज्ञान प्रदाय किया गया। प्रथम चरण में मार्च के महिने में 100 पलाश के वृक्षों की कटाई छटाई कर लाख उत्पादन हेतु तैयारी की गई एवं वृक्षों में महिलाओं द्वारा जुलाई में 100 कि.ग्रा. लाख बीज का प्रत्यारोपण किया गया था।
परिणाम स्वरूप उन्हें विगत नवम्बर माह में वृक्षों के आधे हिस्से से 200 कि.ग्रा. लाख प्राप्त हुई है, जिसका बाजार मूल्य लगभग 30 हजार के आस पास है। अब उनके द्वारा एक चौथाई हिस्से से मार्च में पुन: लाख प्राप्त की जाएगी। शेष चौथाई हिस्से से अन्य पालास के वृक्षों में बीज (लाख) को 600 वृक्षों में डालकर पुन: मार्च में लगभग 1200 कि.ग्रा. लाख प्राप्त की जायेगी। वर्तमान में लाख का बाजार मूल्य 150 रू0 प्रति किग्रा है। जिसे बिक्रय कर लगभग एक लाख अस्सी हजार रूपये का लाभ अर्जन किया जाएगा। लाख उत्पादन कर बाजार से सीधे जुडक़र जिले की महिलाए आज घर की चार दीवारी से बाहार आकर आत्म निर्भर बन प्रगति की ओर अग्रसर है।

 

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS