राज्य
राज्यपाल की नियुक्ति के हैं विशेष राजनीतिक मायने
By Deshwani | Publish Date: 20/1/2018 4:54:24 PMभोपाल, (हि.स.)। केन्द्र ने गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया है। उल्लेखनीय है कि आनंदीबेन ने अपनी अधिक उम्र का हवाला देते हुए गुजरात का विधानसभा चुनाव लडने से इंकार कर दिया था तथा कहा था कि उनकी जगह किसी युवा कार्यकर्ता को चुनाव लड़ाया जाना चाहिये। तभी से संभावना जताई जा रही थी कि आनंदीबेन को किसी राज्य का राज्यपाल बनाया जायेगा। अब केन्द्र सरकार द्वारा उन्हें मध्यप्रदेश की राज्यपाल बनाया गया है तो उसका अपना विशेष राजनीतिक महत्व है क्योंकि प्रदेश में इस साल के अंत में ही विधानसभा चुनाव होने हैं।
ऐसे में भाजपा के केन्द्रीय नेता यह चाहेंगे कि प्रदेश में भाजपा की स्थिति मजबूत हो तथा यह काम राज्यपाल के माध्यम से भी पूरा किया जा सकता है। वैसे तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता कायम है तथा भाजपा प्रदेश का अगला विधानसभा चुनाव भी उन्हीं की अगुवाई में लड़ेगी, लेकिन इसके बावजूद आनंदीबेन को एमपी का राज्यपाल बनाए जाने से स्पष्ट है कि नरेन्द्र मोदी व अमित शाह मध्यप्रदेश में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखना चाहते हैं।