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सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना ने बढ़ाया हौसला, धीरज बने नायब तहसीलदार
By Deshwani | Publish Date: 20/1/2018 11:45:32 AMसतना, (हि.स.)। सतना जिले के बिरसिंहपुर के पास ग्राम गुझवा निवासी दिव्यांग धीरज कुमार गौतम बड़े और संयुक्त परिवार में पिता की छोटी-मोटी आजीविका के फलस्वरूप म.प्र. सिविल सेवा परीक्षा मे बिना कोचिंग और तैयारी के सफल होने की बात सोच भी नहीं सकते थे। ऐसे में प्रदेश सरकार की सामाजिक न्याय विभाग की नि:शक्त अभ्यर्थियों के लिये संचालित सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना ने उन्हें सहारा दिया। दिव्यांग धीरज गौतम वर्ष 2017 की म.प्र. राज्य सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर नायब तहसीलदार भी बन चुके हैं। अब उनकी मंजिल एक बार फिर प्रयास कर डिप्टी कलेक्टर बनने की है।
धीरज ने हिन्दुस्थान समाचार से चर्चा के दौरान बताया कि भोपाल से बीकाम और एमकाम की डिग्री लेने के बाद घर की सीमित आमदनी मे 4 भाई और 2 बहन वाले संयुक्त परिवार को मेरी आगे की प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी और कोचिंग के लिये धनाभाव सामने आ गया है। फिर उन्हें शासन द्वारा दिव्यांगों को दी जाने वाली सहायता के बारे मे जानकारी हुई और एमपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा का फार्म भर दिया। प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने पर मुझे सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना मे 20 हजार की राशि भी मिल गई। सरकारी सहायता से प्रतियोगिता की तैयारी के लिये पुस्तके खरीदी और ढाई महीने की कोचिंग भी ले ली। जून 2017 में हुई मुख्य परीक्षा में भी उत्तीर्ण होने पर योजना के तहत मुझे 20 हजार रूपये की सहायता और मिल गई। एमपीपीएससी परीक्षा की मेरिट लिस्ट में 1174 वां स्थान मिलने और नियुक्ति नायब तहसीलदार के पद पर होने के फलस्वरूप योजना के तहत 30 हजार रूपये और मिलने वाले हैं। इस शासन की सहायता से दिव्यांग धीरज परिवार पर बोझ नहीं बनते हुये अपने पैरों पर खड़े होकर पूरे आत्मविश्वास से परीक्षा मे सफल हुये।
धीरज शासन की दिव्यांगों को प्रोत्साहन स्वरूप प्रारंभ की गई इस योजना को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिये किसी वरदान से कम नहीं मानते। उन्हें पूरा विश्वास है कि योजना की मिली राशि से संबल पाकर वर्ष 2018 की एमपीपीएससी की परीक्षा मे डिप्टी कलेक्टर के लिये चयनित होंगे। सामाजिक न्याय विभाग के उप संचालक दयाशंकर सिंह ने बताया कि इस वर्ष की मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा मे जिले से दो दिव्यांग उचेहरा तहसील के पिथौराबाद अतरबेदिया खुर्द के श्रवण बाधित संदीप तिवारी और बिरसिंहपुर मझगवां के गुझवा निवासी दृष्टिबाधित धीरज कुमार गौतम को पीएससी की मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने पर सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना के तहत तीन किश्तों में कुल 70-70 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी गई है।