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राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी मकर संक्रांति की बधाई
By Deshwani | Publish Date: 13/1/2018 7:38:07 PM
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी मकर संक्रांति की बधाई

 लखनऊ, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को मकर संक्रांति की बधाई दी है।राज्यपाल ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि मकर संक्रांति का पर्व हम सभी को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करता है। भारतीय शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति से दिन बड़े होने लगते हैं और मानव की कार्यक्षमता में भी वृद्धि होती है। इसलिये मानव जीवन में इस पर्व का विशेष महत्व है। देश के प्रत्येक राज्य में किसी न किसी रूप में इस पर्व को मनाया जाता है। तमिलनाडु में पोंगल, असम में बिहु का विशेष महत्व है। मराठी में कहा जाता है कि तिलगुड लो, मीठा-मीठा बोलो। मकर संक्रांति का पर्व विशेषतः दान का पर्व माना जाता है। अपने उत्तर प्रदेश में इसे खिचड़ी का पर्व भी कहा जाता है। नाईक ने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व सभी के जीवन में खुशियों का संचार करे और देश एवं प्रदेश विकास की राह में आगे बढ़ता रहे।

 
मुख्यमंत्री की ओर से शनिवार को जारी बधाई संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में संक्रांति को विशिष्ट पर्व के रूप में मनाया जाता है यह सभी पर्व हमारे देश की समृद्ध विरासत व सांस्कृतिक एकता के प्रतीक हैं। 
 
विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने कहा कि संपूर्ण भारत में मकर संक्रांति विभिन्न रूपों में मना जाती है। पंजाब में इसे लोहड़ी के रूप में एक दिन पूर्व मनाने की परंपरा है, जबकि उत्तर प्रदेश और बिहार सहित विभिन्न राज्यों में इसे खिचड़ी पर्व के रूप में मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सूर्यदेव मकर राशि में प्रवेश करते हैं और उत्तरायण हो जाते हैं। उत्तरायण को सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है। मकर संक्रांति पर सूर्यदेव की राशि में हुआ बदलाव अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर होने का द्योतक है। यह सर्वविदित है कि प्रकाश अधिक होने से प्राणियों की चेतना व कार्यशक्ति में वृद्धि होती है। इसलिए पूरे भारतवर्ष में इस अवसर पर लोग विविध रूपों में सूर्यदेव की उपासना करते हैं।
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