ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राज्य
उत्तराखंडी उत्तरायणी महोत्सव की धूम
By Deshwani | Publish Date: 13/1/2018 5:06:57 PM
उत्तराखंडी उत्तरायणी महोत्सव की धूम

नई दिल्ली, (हि.स.)। देश की राजधानी में रहने वाला उत्तराखंडी समाज मकर संक्रांति का पर्व हर वर्ष की भांति इस बार भी धूमधाम से मनाएगा। इसके लिए नई दिल्ली के उपनगर द्वारका में एक भव्य आयोजन किया जा रहा है। रविवार (14 जनवरी) को दिनभर चलने वाले इस आयोजन में अनेक प्रकार के सांस्कृतिक व सामाजिक कार्यक्रम होंगे। यहां खिचड़ी के साथ तरह-तरह के उत्तराखंडी पकवान भी बनाए जाएंगे। समारोह द्वारका के सेक्टर 14 स्थित डीडीए पार्क में आयोजित किया जाएगा।
उत्तराखंड उत्तरायणी महोत्सव-2018 के आयोजकों में से एक टीपी जोशी ने बताया कि पूरे भारत में मकर संक्रांति का पर्व अनेक नामों से अलग-अलग प्रकार से मनाया जाता है। उत्तराखण्ड की संस्कृति ऐसी है कि यहां हर त्योहर की अपनी मान्यता है। मकर संक्रान्ति के त्योहार का अत्यधिक महत्व इसलिए भी है कि जहां बाकी पर्व चन्द्रमा के घटने-बढ़ने पर निर्भर हैं, वहीं संक्रांति का पर्व सूर्य की गति पर निर्भर होता है। इस दिन सूर्य उत्तरोतर होते हैं| इसलिए इसे उत्तरायणी के नाम से जाना जाता है। 
मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान के बाद हवन-पूजन इत्यादि किया जाता है। दान देने की परम्परा है। गुड़ और तिल के लड्डू से एक-दूसरे का मुंह मीठा कराने का चलन है। सात अनाज मिला कर खिचड़ी बनाने की परम्परा है। इस सबको ध्यान में रखते हुए द्वारका में होने वाले महोत्सव में स्वास्थ्य कार्यक्रमों को भी जोड़ा गया है। साथ ही परंपरागत लोक-नृत्य एवं गायन, परंपरागत वाद्यों जैसे ढोल-दमाउ, परंपरागत पकवानों, परंपरागत पोषाक तथा अन्य रंगारंग कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है।
मकर संक्रांति के दिन सुबह 9 बजे हवन से यह महोत्सव शुरू होगा। इसके बाद स्थानीय निवासियों के लिये फ्री मेडिकल चेकअप कैंप का भी आयोजन किया गया है। फिर सुप्रसिद्ध लोक कलाकारों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS