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स्वच्छता में यूपी टॉप रहा दस्यु प्रभावित क्षेत्र का स्कूल
By Deshwani | Publish Date: 13/1/2018 2:39:57 PM
स्वच्छता में यूपी टॉप रहा दस्यु प्रभावित क्षेत्र का स्कूल

चित्रकूट, (हि.स.)। बुंदेलखंड के सबसे पिछड़े जिले चित्रकूट का नाम आते ही लोगों के जेहन में डकैतों, पानी की बूंद-बूंद के लिए तरसते पाठा के कोल आदिवासियों, रोजगार के अभाव में पलायन करते गरीबों और देश की आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी बदहाल एवं विकास से वंचित इलाके की तस्वीर सामने नजर आने लगती है। ऐसे में इस पिछड़े इलाके के एक सरकारी पूर्व माध्यमिक स्कूल सरैयां का नाम स्वच्छता, शिक्षा और अनुशासन के क्षेत्र में पूरे उत्तर प्रदेश में अव्वल आने से यह विद्यालय पूरे बुंदेलखंड में चर्चा का केंद्र बिंदु बना हुआ है।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक उमाशंकर पांडेय बताते हैं कि इस पूर्व माध्यमिक स्कूल ने सौ में से 95 अंक अर्जित कर प्रदेश का स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार जीतकर बुंदेलखंड के पिछड़े जिले को गौरवान्वित करने का काम किया है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों से आनलाइन आवेदन मांगे थे। इसमें जनपद, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ विद्यालय का चयन कर पुरस्कार देने की योजना थी। जनपद से भी कई विद्यालयों ने इसके लिए आवेदन किया था। पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरैयां-प्रथम को जिले में पहला स्थान मिला था और अब प्रदेश में भी उसने यह मुकाम हासिल किया है। 
चित्रकूट के जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी विद्यालय के प्रधानाध्यापक उमाशंकर पांडेय और उनके सहयोगियों का इस उपलब्धि के लिए अभिनंदन कर चुके हैं। गुणवत्ता परक शिक्षा,अनुशासन और स्वच्छता के लिए लगातार मिल रहे सम्मान और पुरस्कार से उत्साहित पूर्व माध्यमिक विद्यालय सरैयां के प्रधानाध्यापक उमाशंकर पांडेय का कहना है कि स्वच्छता और अनुशासन के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर इस विद्यालय को प्रथम स्थान दिलाना उनका लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सतत प्रयास किया जा रहा है।
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