लखनऊ, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को बदनाम करने के लिए विधानसभा के सामने आलू फिकवाये गए थे। इसका खुलासा शनिवार को लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने किया। उन्हांने बताया कि एक साजिश के तहत पूरी घटना को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में दो सपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बीते दिनों विधानसभा से लेकर 1090 चौराहे पर आलू फेंका गया था। इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस गश्ती को लेकर काफी किरकरी भी हुई थी। मामले को गंभीरता से लेकर नाईट शिफ्ट इंचार्ज व चार सिपाहियों को निलंबित कर जांच क्षेत्राधिकारी हजरतगंज को सौंपी गयी थी। इसमें सर्विलांस, साइबर सेल की मदद ली गयी और दो अभियुक्त कन्नौज निवासी अंकित सिंह और वाहन चालक व मालिक सन्तोष पाल को गिरफ्तार किया गया।
दीपक कुमार ने बताया कि कड़ाई से पूछताछ की गई तो दोनों अभियुक्तों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। बताया कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को बदनाम करने के लिए यह साजिश रची गयी थी। इस कांड में कन्नौज के वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष का पति संजू कटियार तथा नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़े शिवेन्द्र सिंह उर्फ कुक्कू चौहान का भी हाथ है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इसके अलावा सन्दीप उर्फ रिक्की यादव, दीपेन्द्र सिंह चौहान, प्रदीप सिंह बंगाली, जय कुमार उर्फ बड़े बच्चन भी इस साजिश में शामिल है। उपके अनुसार पकड़े गये आरोपियों ने बताया कि शिवेन्द्र और संजू ने पुरानी ठठिया स्थित सतीश जाटव के कोल्ड स्टोरेज से आलू खरीदा गया था। इसके बाद इन आलूओं को दीपेन्द्र, बडे बउवन बंगाली प्रधा ने संदीप द्वार मंगवायी गयी लोडर में भरवाया और लखनऊ के लिए रवाना हो गये। लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर रात्रि में पहुंचे। रणनीति के अनुसार 1090 चौराहे से लेकर विधानसभा, मुख्यमंत्री आवास के सामने तक आलू फिकवाये और फरार हो गये। पकड़े गए अभियुक्त की मोबाइल लोकेशन भी पुलिस को मिले है।
दीपक कुमार ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त अंकित सिंह और वाहन चालक को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है तथा इसमें संलिप्त अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
गौरतलब है कि छह जनवरी को राजधानी में विधान भवन के सामने और अन्य वीआईपी मार्ग पर आलू फेंके गये थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस के लिए यह घटना एक बड़ी चुनौती थी। उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन और सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की सहायता से पुलिस ने इस घटना का अनावरण किया है।