कानपुर, (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के प्रचार की शुरुआत कानपुर से रैली करके की थी। उस वक़्त गुजरात के सीएम के तौर पर नरेंद्र मोदी ने 'अबकी बार मोदी सरकार' का नारा दिया जो भाजपा की जीत का आधार बना। विधानसभा इलेक्शन से पहले भी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रूमा में भाजपा के 20 हजार बूथ प्रमुखों के साथ बैठक कर 2017 में कमल खिलाने के लिए उतरे थे। दोनों ही बार चुनावों में जीत हासिल होने के बाद भाजपा ने कानपुर (मैनचेस्टर-आफ-ईस्ट) को लकी मानते हुए निकाय चुनाव से पहले यहां एक बड़ी बैठक कर 2019 में फिर से मोदी सरकार बनाने का संकल्प लिया गया। यूपी के संगठन मंत्री सुनील बंसल का भी मानना है कि गंगा के किनारे बसा यह शहर पार्टी के लिए बहुत शुभ है और यही कारण है कि निकाय चुनाव में भी जीत की नींव रखने के लिए कानपुर को चुना गया।
भाजपा की दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक का आगाज बुधवार को तिलकनगर से प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने कर दिया। गुरुवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भौंती के पीएसआईटी परिसर में दोनों डिप्टी सीएम के साथ अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को लेकर बैठक की। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर कॉलेज परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया। कॉलेज के ही अंदर बने हेलीपैड पर सीएम का हेलीकॉप्टर उतरा। पूरे दिन चलने वाली बैठक चार सत्रों में होगी। प्रदेश अध्यक्ष अपनी पूरी टीम के साथ मौजूद रहे और निकाय चुनाव, स्वच्छता मिशन, सुरक्षा, किसानों की समस्याओं सहित अनेक मुद्दों पर सीएम के साथ वार्तालाप की। सीएम ने सदस्यों से मुलाकात करके निकाय चुनाव के साथ ही लोकसभा चुनाव फतह करने के टिप्स दिए।
घर-घर टॉयलेट का मुद्दा रहेगा अहम
भाजपा की बैठक के दौरान सदस्यों को समझाया गया कि मिशन लोकसभा को फतह करने के लिए हर घर में टॉयलेटों का निर्माण कराया जाये। यही जरिया है जिससे पीएम मोदी सीधे लोगों से जुड़ेंगे और हर घर में फिर से मोदी के सुर सुनाई देंगे। भाजपा नगर अध्यक्ष सूरेंद्र मैथानी ने बताया कि भाजपा कार्यसमिति की बैठक के कई एजेंडे हैं, जिनमें स्वच्छता मिशन भी शामिल है। मैथानी ने खुद माना कि हमारे लिए कानपुर बहुत लकी है और हमें ये सौभाग्य मिला कि हर चुनाव से रणनीति बनाने के किये पार्टी ने कानपुर को चुना। भाजपा निकाय चुनाव की शुरुआत अक्टूबर में ही करने जा रही है। भाजपा कार्यकर्ता लोगों के बीच जाकर पीएम व सीएम के कार्यों की जानकारी उन तक पहुंचाएंगे। पार्टी निकाय चुनाव के जरिए संगठन को मजबूत करेगी।
जीएसटी से नाराज व्यापारियों को मनाएंगे सीएम
नोटबंदी के बाद जीएसटी के चलते नाराज चल रहे कानपुर के व्यापारियों के साथ सीएम ने अलग से वार्ता की। सीएम ने उन्हें हर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया। बैठक के दौरान सरकार के काम-काज की समीक्षा की गई। संगठन में युवाओं को जोड़े जाने के लिए निर्णय भी लिया गया। नगर निकाय चुनाव में पार्टी टिकट देने का काम दिवाली के बाद करेगी।