ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
राज्य
बच्चों की मौत के मामले में छठा आरोपी गिरफ्तार
By Deshwani | Publish Date: 12/9/2017 4:06:10 PM
बच्चों की मौत के मामले में छठा आरोपी गिरफ्तार

 गोरखपुर। बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में करीब एक महीने पहले 30 बच्चों की मौत के मामले में नामजद अब गिरफ्त में आ रहे हैं। इस मामले में नौ में से छठा आरोपी संजय त्रिपाठी आज गोरखपुर में गिरफ्तार कर लिया गया। 

 
संजय त्रिपाठी यहां बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में सहायक लेखाकार के पद पर कार्यरत है। उसको पुलिस ने कैंट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। वह भी डॉक्टर सतीश की तरह कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में था। 30 बच्चों की मौत के मामले में अब तक पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
 
महानिदेशक चिकित्सा-शिक्षा डा. केके गुप्ता की तहरीर पर पुलिस ने हजरतगंज थाने में 23 अगस्त को तत्कालीन प्राचार्य डा. राजीव मिश्र समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इसमें पूर्व प्राचार्य की पत्नी डा. पूर्णिमा शुक्ला,वार्ड 100 के एनएचएम के नोडल अधिकारी डा. कफील खान, लिपिक सुधीर पांडेय, एनेस्थिसिया के विभागाध्यक्ष डा. सतीश कुमार को पहले ही गिरफ्तार किया गया है। लेखाकार संजय त्रिपाठी को आज पकड़ा गया। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि गजानन जायसवाल, उदय शर्मा और मनीष भण्डारी की तलाश चल रही है।
 
गोरखपुर में 10 व 11 अगस्त को अधिक बच्चों की मौत होने के बाद गोरखपुर के जिलाधिकारी को जांच सौंपी गई थी। इसमें प्राचार्य से लेकर अन्य जिम्मेदार डॉक्टरों को लापरवाही का तो दोषी माना गया था।
 
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी थी। मामले में कई स्तरों पर अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही की बातें सामने आई थीं। ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली फर्म ने कॉलेज से आपूर्ति रोके जाने की बात भी कही थी।
 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS