विदिशा/सीहोर/हरदा, (हि.स.)। मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन थमने के बाद कर्ज से दबे किसानों द्वारा आत्महत्या करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। सोमवार को भी तीन अलग-अलग जिलों से किसानों द्वारा आत्महत्या जैसे कदम उठाने के मामले सामने आए हैं। इनमें दो किसानों की मौत हो गई जबकि तीसरे की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पहली घटना विदिशा जिले की है, जहां करारिया थाना क्षेत्र के ग्राम सायर बमोरा में सोमवार को सुबह कर्ज से परेशान होकर कृषक जीवन सिंह मीणा ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू की।
दूसरी घटना सीहोर जिले के ग्राम जमोलिया खुर्द की है। जहां कर्ज से परेशान किसान बंसीलाल पिता हरीलाल (54) ने रविवार को देर रात घर में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। सोमवार को सुबह जब परिजन नींद से जागे तो किसान को फंदे से उतारा और पुलिस को सूचना दी। बताया जा रहा है कि बंसीलाल पर 9 लाख का कर्ज था, जिसके लिए साहूकार वसूली के लिए बार-बार किसान पर दबाव बना रहा था। पैसे नहीं चुका पाने की चिंता में किसान ने फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
तीसरी घटना हरदा जिले के हंडिया थाना क्षेत्र के गांव बेड़ी की है, जहां किसान मुरलीधर पिता लखनलाल बेलदार ने सोमवार को सुबह करीब 9 बजे कीटनाशक पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। परिजन मुरलीधर को अचानक तबीयत खराब होने पर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया। किसान की हालत फिलहाल गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की है, लेकिन किसान के बेहोशी की हालत में होने के कारण पुलिस उसके बयान नहीं ले सकी है। तीनों ही मामलों में किसान कर्ज से परेशान होने के चलते आत्मघाती कदम उठाने की बात सामने आई है, जिसमें दो किसानों की मौत हो गई, जबकि तीसरा गंभीर हालत में मौत से जूझ रहा है।