कुशीनगर के पडो़सी जिलों में कोरोना से संक्रमित व्यक्ति मिलने से हर किसी की चिंता बढी़, प्रशासन एलर्ट
कुशीनगर। जिले में वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए तमाम कोशिशों के बावजूद इसका खतरा कम नहीं हो रहा है। अब तक इस बीमारी से सुरक्षित रहे कुशीनगर जनपद में सभी पड़ोसी जिलों में इस मर्ज के संक्रमित पाए जाने के बाद खतरा और बढ़ गया है। इसे लेकर हर किसी की चिंता बढ़ गई है। जिला प्रशासन ने भी इस खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए जांच-पड़ताल तेज कर दिया है। सभी बार्डर वाले इलाकों को सील कर दिया गया है तथा वाहनों की एक-एक कर सघन तलाशी ली जा रही है। एंबुलेंस पर विशेष तौर पर नजर रखी जा रही है। गोरखपुर से लगने वाले सुकरौली बार्डर पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सुबह ही पहुंच गए और जांच-पड़ताल तेज कर दी।
कोरोना मुक्त घोषित हो चुके पड़ोसी जनपद महराजगंज में फिर से इस रोग का संक्रमित पाए जाने के बाद चिंता काफी बढ़ गई है। इससे पहले महराजगंज में छह संक्रमित मिले थे।
इसी तरह जनपद की सीमा से सटे गोरखपुर, देवरिया और बिहार के गोपालगंज व पश्चिमी चंपारण जनपद में भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे जिला प्रशासन सहित अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों की सक्रियता काफी बढ़ गई है।
जिलाधिकारी भूपेंद्र एस चौधरी और पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र ने पुलिस फोर्स के साथ सुकरौली बार्डर पर गोरखपुर से लगने वाली सीमा पर शुक्रवार को सुबह पहुंचकर सघन जांच-पड़ताल की। जिलाधिकारी भूपेंद्र एस चौधरी ने बताया कि पड़ोसी जनपदों में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इसके संक्रमण से बचाव के लिए सक्रियता और बढ़ा दी गई है।
जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि अत्यावश्यक कार्यों से आने-जाने वाले लोगों से भी पूछताछ, गहन तलाशी और हेल्थ चेकअप के बाद आगे बढ़ने दिया जा रहा है। केवल एनएच-28 का रास्ता खुला है। इस पर भी जनपद की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है।
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि जनपद को पूरी तरह सील कर दिया गया है। ऐसे में यहां आने का केवल एक ही मार्ग हाईवे बचा है। उस पर बार्डर वाले इलाकों में एक-एक वाहन की गहन तलाशी ली जा रही है। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को क्वारंटीन करने के साथ ही हर एंबुलेंस पर नजर रखी जा रही है। बैंक ड्यूटी और अन्य कार्यों से जनपद से बाहर आने-जाने वाले लोगों को रोका जा रहा है।