बिहार
छात्र जदयू ने ‘आक्रोश दिखाओ-शिक्षा बचाओ’ संवाद की निंदा की
By Deshwani | Publish Date: 10/7/2017 8:08:02 PMपूर्णिया, (हि.स.)। छात्र जनता दल यू के जिलाध्यक्ष सुशांत रंजन ने कहा है कि आक्रोश दिखाओ-शिक्षा बचाओं रालोसपा के यह संवाद आज समाज हित में कतई नहीं हो सकता, क्योंकि शिक्षा शांति और शालीनता का प्रतीक हैं । ये लोग आक्रेाश के माध्यम से शिक्षा की बात करते हैं, जो कहीं से भी उचित नहीं है। इनका उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से राजनीतिक लाभ लेना है।
बिहार में नियोजित शिक्षकों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने जहां वेतनमान देने का काम किया वहीं समय पर 40 प्रतिशत शिक्षकों की वेतन की राशि की भुगतान कर रहे है। केन्द्र सरकार समय पर 60 प्रतिशत शेष राशि बिहार सरकार को नहीं दे रही है। यही कारण है कि पिछले 3 महीने तक का वेतनमान का भुगतान नहीं हो पा रहा है। यहां तक कि उपेन्द्र कुशवाहा जी स्वंय केन्द्रीय राज्य शिक्षा मंत्री है, परन्तु इनके समय सीबीएसई स्कूल बिना मान्यता के चल रही है। जो भी सीबीएसई विद्यालय की मान्यता दिया गया है वे मानक की शर्ते पूरी नहीं करते है।
इस तरह के सीबीएसई का बोर्ड लगाये शिक्षण संस्था, जहां छात्रों का एवं अभिभावकों का आर्थिक शोषण करने का काम कर रही है। इसके नैतिक जिम्मेदार उपेन्द्र कुशवाहा जी को लेनी चाहिए परन्तु ऐसा न करके अपने केन्द्रीय शिक्षामंत्री के कर्तव्यों का निर्वाहन करने में पूर्णतः असक्षम होने के कारण ये दूसरों पर कीचड़ उछालने का काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी के मुख्यमंत्रित्व कार्य में चारो ओर विकास हुआ है और हो रहा है जिसकी प्रशंसा देश एवं विदेशों में भी होती रही है। बिहार से नाता रखने वाले उपेन्द्र कुशवाहा जी का केन्द्र राज्य मंत्री के रूप में शिक्षा के क्षेत्र में बिहार के छात्र छात्राओं एवं बिहार वासियों के हित में विगत तीन वर्षो में कोई ऐसी उपलब्धि नहीं है।