बिहार
बसों से लाना संभव नहीं, भारत सरकार करें विशेष ट्रेन की व्यवस्था
By Deshwani | Publish Date: 30/4/2020 7:51:39 PMपटना। बुधवार को भारत सरकार ने अन्य राज्यों में फंसे लोगों को लाने के लिए गाइडलाईन जारी कर दी थी। जिससे छात्रों व मजदूरों को वापस अपने राज्य में लाने की व्यवस्था हो। छूट के बाद बिहार समेत कई राज्यों ने दूसरे राज्यों में फंसे हुए लोगों का रजिस्टर तैयार करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं। ऐसे में गुरुवार को बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीटर पर वीडियो डाला है।
वीडियो के माध्यम से मोदी ने कहा कि बड़ी संख्या में फंसे लोगों को बसों से लाना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि एक-एक बसों को 6-7 दिन लग जाएंगे आने व जाने में। सुशील मोदी ने भारत सरकार से विशेष ट्रेन चलवाने की मांग की है। जिससे दूर-दूर के राज्यों में फंसे अपने बिहार के लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए व भोजन की व्यवस्था के साथ बिहार लाया जा सके।
उन्होंने बताया कि 27 लाख लोगों ने मुख्यमंत्री सहायता के लिए आवेदन दिया है। उनमें से 5 लाख लोग सिर्फ दिल्ली से हैं। महाराष्ट्र से 2 लाख 68 हजार, कर्नाटक से 1 लाख से ज्यादा लागों ने व गुजरात से 2 लाख से ज्यादा लोगों ने आवेदन दिया है। सूरत, पोरबंदर जैसे दूर स्थल से बसों से लाना व्यवहारिक नहीं होगा। अगल-बगल के लोग बसों से आ सकते है, मगर दूर स्थल से बसों से लान संभव नहीं होगा। ज्यादा बड़ी संख्या में लोग दूर स्थान पर है। इसीलिए सुशील मोदी ने अपील करते हुआ कहा कि ट्रेनों को चलाने की भारत सरकार विशेष व्यवस्थ करें। बिहार सरकार ने इसकी पूरी व्यवस्था की है, हम उनका स्वागत करेंगे, उन्हें क्वारेंटाइन करेंगे, हर प्रखंड में क्वारेटाइन सेंटर स्थापित की गई है। हम सीमा पर भी उनका निगरानी करेंगे।