पटना/फुलवारीशरीफ। फुलवारीशरीफ के वाल्मी परिसर के सटी झाड़ी में शनिवार को वृद्ध का कटा सिर मिला, जबकि धड़ गायब था। ग्रामीणों के शोर मचाने पर जुटी भीड़ ने कटे सिर की शिनाख्त करने की कोशिश की। लेकिन उसकी पहचान नहीं हुई।
मगर एक घंटे के बाद ही कटे सिर की पहचान फुलवारी के बोचाचक रामनगर निवासी सब्जी विक्रेता हरिहर प्रसाद (60 वर्ष) के रूप में की गयी। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर जायजा लिया। बाद में पुलिस कटे सिर को कब्जे में लेकर थाने गयी। मृतक 23 दिसंबर से लापता था। मृतक की पत्नी शीला देवी ने तीन जनवरी को पति की गुमशुदगी का मामला थाने में दर्ज कराया था।
अपने स्तर पर खोजबीन की गयी पर कहीं पता नहीं चला। अंत में तीन जनवरी को मां शीला देवी ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। सूरज ने यह भी कहा कि कई बार उनके मोबाइल पर लगाने की कोशिश की मगर मोबाइल स्वीच आॅफ मिला। बेटे सूरज ने बताया कि पिता रुपये का लेनेदेन करते थे। वह निकट के एक कपड़े की दुकान में बीसी में रुपये लगाते थे।
पुलिस उसके धड़ की खोज कर रही है. इस संबंध में मृतक के बेटे सूरज कुमार ने बताया कि 23 दिसंबर को दो-तीन बजे घर से निकले थे। देर रात घर वापस नहीं आये तो हमलोग समझा की कहीं ठहर गये होंगे। कई बार ऐसा हुआ कि दो से तीन दिनों तक घर से गायब रहते थे और फिर चले आते थे। 25 दिसंबर को उसने अंतिम बार बात हुई थी कि हम दिल्ली एम्स में हैं सब ठीक-ठाक है। 28 या 29 दिसंबर तक घर आ जायेंगे। उसके बाद उनका मोबाइल बंद मिला।
वह वर्तमान में सब्जी नहीं बेचा करते थे। वैसे पहले खगौल और फुलवारी में साइकिल से सब्जी बेचा करते थे। मृतक का बेटा सूरज कुमार और भांजा कुंदन कुमार ने शव की पहचान की है। बेटे सूरज ने बताया कि मां डीएवी स्कूल में दाई का काम करती है।
भांजे ने बताया कि लोगों से सूचना मिली की वाल्मी से सटी झाड़ी में एक कटा सिर मिला है। हम लोग जब तक वहां पहुंचते पुलिस सिर को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया था। सिर की पहचान होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी शीला देवी बार-बार बेहोश हो जा रही थी. मृतक को एक बेटा और दो बेटी है। थानेदार रफीकुर रहमान ने बताया कि जांच में कुछ सुराग मिले हैं। पुलिस उस पर कार्य कर रही है।