ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
पटना
मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में चुप रहने के लिए मिला 5 करोड़ का ऑफर: पप्पू यादव
By Deshwani | Publish Date: 30/7/2018 8:28:05 PM
मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में चुप रहने के लिए मिला 5 करोड़ का ऑफर: पप्पू यादव

पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर में बालिका गृह में हुए यौन उत्पीड़न के मामले में सियासत अभी भी लगातार जारी है। सभी पार्टी और नेता एक दूसरे के ऊपर आरोप लगा रहा हैं। इस बीच जन अधिकार पार्टी (जाप) के संयोजक और मधेपुरा से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्‍पू यादव ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है। 

 
उन्होंने कहा है कि बालिका गृह के लड़कियों के साथ रेप मामले में उन्हें चुप रहने के लिए 5 करोड़ रुपए का ऑफर दिया गया था। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस घटना में सफेदपोश नेताओं के साथ-साथ कई वरीय अधिकारी भी शामिल हैं। साथ उन्होंने कहा कि बालिका गृह की 85 लड़किया यौन शोषणण का शिकार हुई हैं। 
 
जांच का दायरा बढ़ाने की बात करते हुए सांसद ने कहा कि निजी महिला छात्रावास के अलावा जवाहर नवोदय विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय आदि की भी जांच हो तो कई खुलासे सामने आ सकते हैं। जाप संयोजक ने सीबीआई जांच कोर्ट के निगरानी में करने की मांग की।
 
 
पप्पू यादव ने ये भी मांग की है कि प्रदेश के सभी बालिका गृह और अल्पावास केंद्र की जांच होनी चाहिए, मुजफ्फरपुर बालिका गृह नेताओं और अधिकारियों की मौज मस्ती का अड्डा बन गया था। पप्पू यादव ने एक साल के भीतर इस मामले की जांच पूरी करने की मांग की है और कहा कि इसके लिए वो कोर्ट भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब तक मामले में नाम आने वाले मंत्री का इस्तीफा नहीं हो जाता, तब तक मंत्रियों और नेताओं का स्वागत हमारे कार्यकर्ता टमाटर और अंडे से करेंगे।
 
गौरतलब है कि यह पूरा मामला तब प्रकाश में आया, जब टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस (TISS) की टीम कोशिश की ऑडिट रिपोर्ट सामने आई। 31 मई को बिहार सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि कैसे इन बालिका गृह में छोटी-छोटी बच्चियों का शोषण किया जाता था और उन्हें प्रताड़ित किया जाता था।
 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS