महासभा ने की घोषणा- जल्द होगा वैश्य समाज का बड़ा आंदोलन।
पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
बिहार प्रदेश वैश्य महासभा के अध्यक्ष डॉ आनंद कुमार ने कहा कि वैश्य समाज देश और प्रदेश के विकास में हमेशा महत्वपूर्ण योगदान देता है, फिर भी इस समाज को सरकार की ओर से हमेशा उपेक्षा का सामना करना पड़ता है। बावजूद इसके वैश्य समाज अपने कर्तव्य के साथ अधिकार के प्रति भी सजग है। इसलिए वैश्य समाज जल्द ही एक बड़ा आंदोलन करेगी। डॉ कुमार ने ये बातें आज बिहार प्रदेश वैश्य महासभा के कार्यकर्ता सम्मेलन सह सम्मान समाराह में कहीं, जो राजधानी पटना के गांधी मैदान स्थित आईएमए हॉल में आयोजित थी। इस मौके पर डॉ कुमार ने वैश्य समाज के नवयुवाओं को संगठन में स्थान देकर उन्हें सम्मानित किया। इसके अलावा रोनियार समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व डीजीपी बिहार श्री अशोक कुमार गुप्ता, राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष श्री राकेश कुमार गुप्ता, राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन गुप्ता, एवं तैलिक समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री रणविजय साहू, महामंत्री श्री अमरेंद्र कुमार और पोद्दार समाज के अध्यक्ष आलोक पोद्दार को सम्मानित किया।
वहीं, इस मौके पर बिहार प्रदेश वैश्य महासभा के प्रधान महासचिव दिलीप गुप्ता ने चिंता जहिर करते हुए कहा कि बिहार में फिर से जंगल राज की झलक दिखने लगी है, जिसका खामियाजा वैश्य एवं व्यापारी समाज को ही ज्यादा झेलना पड़ रहा है। इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार को जल्द से जल्द प्रभावी कदम उठाना चाहिए। ताकि वैश्य समाज का बिहार सरकार पर भरोसा बढ़ सके। महासभा के प्रवक्ता प्रो. संजय कुमार ने वैश्यों के विकास एवं समस्याओं के समाधान के लिए अन्य आयोगों की तरह सरकार से एक वैश्य आयोग की मांग की।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश वैश्य महासभा की प्रदेश महिला अध्यक्ष श्रीमति वीणा मानवी ने महिलाओं के उपर निरंतर बढ़ रहे अत्याचार और बलात्कार जैसे गंभीर मामलों पर रोष व्यक्त किया और बलात्कारियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग की। कोषाध्यक्ष श्रीमति शालिनी वैश्कियार ने कहा कि वैश्यों के सहयोग से देश की संगठन और दल चलता है। युवा अध्यक्ष श्री नितिन अभिषेक ने वैश्य समाज के युवाओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी की बात कही।
सम्मेलन में मीडिया प्रभारी विपुल कुमार, पटना महानगर अध्यक्ष रंजीत कुमार राणा, बबलू कुमार, शिव गुप्ता, कांति केसरी, मीना शर्मा, गुंजन कुमार साह, डॉ प्रवीण साहू, राज शेखर गुप्ता, धीरेंद्र गुप्ता, गोविंद चौधरी समेत वैश्य समाज के सैकड़ों प्रतिनिधि मौजूद थे।