ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
पटना
दोषपूर्ण परीक्षा परिणाम के खिलाफ इंटरमीडिएट के छात्रों ने किया बिहार बोर्ड के सामने हंगामा
By Deshwani | Publish Date: 22/6/2018 3:08:48 PM
दोषपूर्ण परीक्षा परिणाम के खिलाफ इंटरमीडिएट के छात्रों ने किया बिहार बोर्ड के सामने हंगामा

पटना। बिहार में इंटरमीडिएट के छात्रों ने परीक्षा परिणाम में हुई गड़बड़ी शुक्रवार को जमकर हंगामा मचाया। ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन के बैनर तले छात्रों ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वार पर प्रदर्शन किया. साथ ही छात्रों ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के चेयरमैन की बर्खास्तगी की मांग की। 

 
जानकारी के मुताबिक, इंटरमीडिएट की मार्क्सशीट त्रुटिपूर्ण होने से परेशान छात्रों ने शुक्रवार को ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन के बैनर तले बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कार्यालय पहुंचे और विरोध-प्रदर्शन किया। साथ ही आक्रोशित छात्रों ने मुख्य द्वार के सामने बिहार बोर्ड के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने परीक्षा की उत्तर-पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में गड़बड़ी और मार्क्सशीट तैयार करने में लापरवाही का आरोप लगाया। साथ ही कई छात्र ऐसे हैं, जिन्होंने जेईई मेन तथा इंजीनियरिंग की अन्य प्रवेश परीक्षाओं में सफलता हासिल की है, लेकिन इंटरमीडिएट की परीक्षा में परिणाम खराब होने के कारण अब उनका दाखिला नहीं हो पायेगा। 
 
छात्र रूपेश कुमार ने जेईई मेन की परीक्षा में ओबीसी कैटेगरी में 2784वां रैंक हासिल किया, लेकिन इंटरमीडिएट की परीक्षा में फिजिक्स के थ्योरी पेपर में मात्र 5 और ऑब्जेक्टिव में 7 अंक मिले हैं। ऐसे में आईआईटी में जाने का उनका सपना टूटता नजर आ रहा है। परीक्षा परिणाम को लेकर एमएलसी और बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदारनाथ पांडेय ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिख चुके हैं। उन्होंने अपने में लिखा है कि कई ऐसे भी छात्र-छात्राएं हैं, जिन्होंने परीक्षाएं दी, मगर उनको अनुपस्थित कर दिया गया या उनका मार्क्सशीट बिना नंबर के ही निर्गत कर दिया गया। मालूम हो कि पिछले वर्ष 35.24 प्रतिशत छात्र-छात्राओं के मुकाबले इस वर्ष 2018 में करीब 16.71 प्रतिशत बेहतर परिणाम आये हैं. इस वर्ष 51.95 फीसदी छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए हैं।
 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS