तेजस्वी भी करेंगे राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा, 'बिहार में आरजेडी है सबसे बड़ा दल'
पटना। कर्नाटक में उठे सियासी तूफान का असर बिहार की राजनीति पर भई पड़ा है. बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटा तेजस्वी यादव अपने विधायकों के साथ राज्यपाल से मिलेंगे। तेजस्वी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है।
कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस ने 117 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी राज्यपाल को सौंपी थी। चुनाव रिजल्ट में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी को राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता दिया। इसके बाद से पूरे देश में सियासी तूफान उठ चुका है।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बताया कि बिहार के सबसे बड़े दल होने के नाते मैं अपने विधायकों के साथ राज्यपाल से मिलूंगा। उधर, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गोवा में भी कांग्रेस पार्टी वहां के राज्यपाल से मुलाकात करेगी और सबसे बड़ी पार्टी होनो के नाते सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।
गौरतलब है कि कर्नाटक में 48 घंटे के सियासी उतार-चढ़ाव के बाद आखिरकार बीजेपी की सरकार बन गई है. बीजेपी के बीएस येदियुरप्पा ने आज सीएम पद की शपथ ले ली है. प्रदेश के राज्यपाल वजुभाई वाला ने येदियुरप्पा को सीएम पद की शपथ दिलाई। येदियुरप्पा तीसरी बार कर्नाटक के सीएम बने हैं।
एक तरफ बीजेपी के सीएम उम्मीदवार शपथ ली है तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने राज्यपाल पर आरोप लगाते हुए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया का रुख किया है और तत्काल सुनवाई करने का आग्रह किया है।
कांग्रेस की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एके सीकरी, अशोक भूषण और एसए बोडबे की खंडपीठ ने आधी रात के बाद पौने दो बजे कांग्रेस-जेडीएस की याचिका पर सुनवाई शुरू की और सुबह पांच बजे यह फैसला सुना दिया कि वह राज्यपाल के संवैधानिक अधिकारों में दखल नहीं दे सकती, इसलिए येदियुरप्पा पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक आज ही शपथ लेंगे। याचिकाकर्ता कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी ने अर्जी दी थी कि शाम तक इस शपथ ग्रहण समारोह को टाल दिया जाए, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है।