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बिहार
विश्‍व प्रसिद्ध खुजराहो नृत्‍य समारोह में नीलम चौधरी ने बढ़ाया बिहार का मान
By Deshwani | Publish Date: 26/2/2018 7:38:17 PM
विश्‍व प्रसिद्ध खुजराहो नृत्‍य समारोह में नीलम चौधरी ने बढ़ाया बिहार का मान

पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क

 पिछले दिनों विश्‍व प्रसिद्ध खुजराहो नृत्‍य समारोह में बिहार का नेतृत्‍व निनाद की ओर से कर नीलम चौधरी ने मान बढ़ाया। उनके नेतृत्‍व में एक कत्थक समूह ने मध्‍यप्रदेश में भव्‍य प्रस्‍तुति दी। इसका प्रसारण डीडी भारती चैनल पर भी किया गया। बता दें कि उस्‍ताद अल्‍लाउद्दीन खान संगीत और कला अकादमी, संस्‍कृति विभाग, मध्‍यप्रदेश सरकार की ओर से पिछले 44 सालों से खुजराहो नृत्‍य समारोह का आयोजन किया जाता रहा है, जो सरकार द्वारा पोषित प्राचीनतम समारोहों में से एक है।
इस बाबत होटल मौर्या में आयोजित संवाददाता सम्‍मेलन में श्रीमती चौधरी ने बताया‍ कि खुजराहो नृत्‍य समारोह निनाद की कथक समूह का नेतृत्‍व वे खुद कर रहीं थी और उनके साथ सुब्‍बत पंडित, रश्मि चौधरी, शाहिद आलम, संदीप सरकार, राजीव घोष, संस्‍कृति सुमन, अन्‍वेषा वर्मा, दिव्‍या पांडे, दीक्षा पांडेय और स्‍नेहा मल्लिक थी। संगीत चंद्रचूड़ भट्टाचार्य और कमेंट्री प्रकृति शेखर द्वारा किया गया। उन्‍होंने कहा कि इस प्रस्‍तुति में कथक नृत्‍य के नृत्य और अभिनय दोनों अंगों का समावेश किया गया। इसमें 13 मात्राओं का जैत ताल और 16 मात्राओं के तीन ताल की प्रस्‍तुति की गई।
उन्‍होंने बताया कि भावपक्ष में सूफी गीत का प्रदर्शन सराहनीय रहा। कत्थक प्रवाह की अंतिम कड़ी पारंपरिक नृत्‍य संरचना के साथ समाप्‍त हुई। बता दें कि खुजराहो नृत्‍य समारोह भारतवर्ष के नृत्‍य समारोहों में सर्वाधिक म‍हत्‍वपूर्ण है। इसका मंच बहुत प्रतिष्ठित है। इसमें राष्‍ट्रीय एवं अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर के कलाकारों को कार्यक्रम प्रस्‍तुत करने का अवसर मिलता है। इसमें अनेक नृत्‍य साहित्‍यकार, विद्वान और पत्रकार उपस्थित थे। प्रसिद्ध आलोचक एवं नृत्‍य साहित्‍यकार पद्मश्री सुनील कोठारी ने इस तरह की प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि इस तरह की सांस्‍कृतिक गतिविधि बिहार में प्रारंभ हो चुकी है। नृत्‍य का सही स्‍वरूप नई पीढ़ी द्वारा अपनाया जा रहा है। यह बिहार की ब्रांडिग में सकारात्‍मक कोशिश है।     

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