पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के प्रेसिडेंसियल डिबेट में छात्रों को संबोधित करते हुए जन अधिकार छात्र परिषद की ओर से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार गौतम कुमार ने कहा कि पटना विवि से निकले छात्र नेताओं की केंद्र सरकार में और बिहार सरकार में लंबे समय से भागीदारी रही है। बिहार सरकार का तो पिछले 28 वर्षों से यहीं के छात्र नेता नेतृत्व कर रहे हैं। फिर भी विश्विद्यालय की स्थिति सुधरने के बजाए दिनों दिन बिगड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि आज हम छात्रों के बीच सवाल लेकर नहीं, बल्कि जवाब के साथ उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने कार्यकाल में शिक्षा के प्रारूप में आमूल परिवर्तन करते हुए रोजगारोउन्मुखी निर्माण करते हुए इसको जीवनोपयोगी बनाएंगे। शिक्षकों एवं कर्मचारी की पर्याप्त बहाली कराकर स्वच्छ, शैक्षणिक वातावरण के निर्माण हेतु छात्र, शिक्षक अभिभावक समिति बनवाएंगे। छात्र छात्राओं के लिए पर्याप्त छात्रावास की व्यवस्था, स्मार्ट क्लास रूम, आधुनिक प्रयोगशाला, बेहतरीन लाइब्रेरी, स्वच्छ पेयजल, साफ शौचालय, स्पेशियस कॉमन रूम, स्पोर्ट्स सिस्टम, जिम किट, मल्टी टेस्ट, कैंटीन की व्यवस्था, डिस्पेंसरी, प्लेसमेंट सेल, सेंट्रल लाइब्रेरी को 24 घण्टे खुलवाएंगे।
इससे पहले PUSU चुनाव को लेकर जन अधिकार छात्र परिषद ने गुरूवार को शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्र परिषद ने पटना लॉ
कॉलेज से सभी कॉलेज होते हुए मगध महिला कॉलेज तक रोड मार्च किया और सेंट्रल पैनल के चारों उम्मीदवार अध्यक्ष गौतम आनंद,
उपाध्यक्ष प्रत्युष शुभम, संयुक्त सचिव मो असजद उर्फ आजाद चांद और कोषाध्यक्ष आशीष कुमार के लिए वोट मांगा। इस मार्च में पटना
विवि के लगभग 3000 छात्रों ने भाग लिया। संयुक्त सचिव पद के उम्मीदवार मो असजद उर्फ आजाद चांद ने कहा कि विश्वविद्यालय लोकतंत्र की प्रथम पाठशाला हैं, जहाँ से कुशल वैज्ञानिक, कुशल प्रशाशक, कुशल इंजीनियर, कुशल डॉक्टर, कुशल नेतृत्वकर्ता पैदा किया है।