पटना ( ही स )। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को कहा कि राज्य में केन्दु पत्ती के विपणन एवं इससे प्राप्त होने वाले राजस्व में लगातार वृद्धि हो रही है।
बिहार वानिकी विकास निगम लि0 के कार्यो एवं 8 फरवरी को आयोजित होनेवाले कृषि वानिकी समागम की तैयारी की समीक्षा करने के बाद सुशील मोदी ने यहाँ कहा कि वर्ष 2015 में केन्दु पत्ती के विपणन से 1.012 करोड़ रू0 प्राप्त हुआ था जो वर्ष 2017 में बढ़ कर 22.7777 करोड़ रू0 हो गया। उन्होंने कहा कि केन्दु पत्ती के संग्रहण से वनवासियों को वर्ष 2017 में 9.02 करोड़़ रू0 मजदूरी के रूप में प्राप्त हुये, जबकि वर्ष 2015 में 3.09 करोड़ रू0 एवं वर्ष 2016 में 6.35 करोड़ रू0 प्राप्त हुये थे।
सुशील मोदी ने कहा कि वर्ष 2017 में केन्दु पत्ती मजदूरी के अतिरिक्त संग्रहण कार्य से मजदूरों को लगभग 3.80 करोड़ रू0 प्राप्त हुए। वर्ष 2016 के लिए केन्दु पत्ती की बिक्री से प्राप्त 5.49 करोड़ रू0 की राजस्व की राशि संबंधित 123 ग्राम पंचायतों के बीच वहां हुए संग्रहण के आधार पर वितरित की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि बिहार में केन्दु पत्ती के संग्रहण एवं विपणन का कार्य बिहार वानिकी विकास निगम लि0 द्वारा किया जाता हैं।
उपमुख्यमंत्री के कहा कि राज्य सरकार ईको-टूरिज्म का कार्य वानिकी विकास निगम के माध्यम से कराने का विचार कर रही है। इस सिलसिले में 8 फरवरी, 2018 को पटना गांधी मैदान स्थित ज्ञान भवन में कृषि वानिकी समागम का आयोजन किया जाएगा जिसमें 700 से अधिक किसान भाग लेगें। इस सम्मेलन में कृषि वानिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 25 प्रमंडलों के 125 किसानों को सम्मानित किया जायेगा।
इस समागम में विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों तथा कृषि वानिकी के क्षेत्र में विषयों में उपलब्धि हासिल करनेवाले हरियाणा एवं पंजाब के सरकारी प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जा रहा है 1 समागम में किसान भी अपने विचारों और सुझावों से सरकार को अवगत करा सकेंगे।