नगर विकास मंत्री तारापीठ में हमला की घटना से नीतीश और सुशील मोदी को करायेंगे अवगत
पटना, (हि.स.)। बिहार के नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने बुधवार को यहां कहा कि पश्चिम बंगाल के तारापीठ के सोनार बांग्ला होटल में नव वर्ष की शाम में उनके साथ होटल प्रबंधन का दुव्यर्वहार और स्थानीय प्रशासन का रवैया संघीय ढांचा पर प्रहार है। उन्होंने कहा कि होटल में उनकी जान को खतरा था। हमले से बीच—वचाब में मेरे सुरक्षाकर्मियों को चोट लगी। कार चालक घायल हो गया। होटल प्रबंधन ने स्थानीय लोगों को बुलाकर साथ गये लोगों के साथ मारपीट की । मेरे साथ गये लोगों के शराब के नशे में होने का झूठा आरोप कर केस किये जाने की सूचना मिली है। पूरी घटना के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से मिलकर अवगत करायेंगे।
श्री शर्मा ने मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में कहा कि मैंने बचपन से आज तक शराब छुआ तक नहीं । प्रत्येक वर्ष पहली जनवरी को पूजा करने किसी धर्मस्थल पर जाया करता हूं। पिछले वर्ष काशी विश्श्वनाथ का दर्शन करने वाराणसी गया था। इस बार देवघर और तारापीठ का औपचारिक कार्यक्रम तय किया । पूर्व सूचना पर झारखंड प्रशासन ने सुरक्षादि की व्यवस्था कर रखी थी। पर पश्चिम बंगाल प्रशासन से कोई व्यवस्था नहीं हुई । तय कार्यक्रम के अनुसार सुरक्षाकर्मी अनुमति लेकर साथ थे। कर्मियों के परिवार के भी कई सदस्य साथ हो थे।
श्री शर्मा ने बताया कि तारापीठ के होटल में अपराहद्म चार बजे पहुंचने पर शुरू से होटलकर्मियों का व्यवहार ठीक नहीं दिखा। कमरे खाली नहीं है। बैठ कर इंतजार करने को कहा गया। इसी बात पर हमारे साथ गये लोगों से बातकही हुई। मैंने हस्तक्षेप कर शांत करवाया । तब तक होटलकर्मियों ने स्थानीय लोगों को बुलवाकर हमला कर दिया। होटल का प्रवेश द्वार बंद करवा दिया। तब वे होटल के सोफा पर बैठे थे । मेरे साथ मारपीट नहीं हुई पर जिस समय बगल के गेट से बाहर निकल रहे थे उस समय मेरे दाहिने हाथ पर किसी ने डंडे से चोट लगी। दूसरे दिन 11 बजे तक वह तारापीठ में ही दूसरे होटल में ठहरे । देर रात मेरे साथ गये लोगों का एफआईआर दर्ज किया गया।
श्री शर्मा ने बताया कि राज्य के आरक्षी महानिदेशक पीके ठाकुर पश्चिम बंगाल पुलिस से सम्पर्क में हैं । पूरे घटनाक्रम की जांच कर संबंधित दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की पहल की जा रही है।
विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के इस आरोप पर कि उनके कारण बिहार की बदनामी हुई है श्री शर्मा ने कहा कि वे अब राजनीति कर रहे हैं। लगता है कि मेरी जान भी चली जाती तो वह खुश होते । उन्होंने कहा कि जिनके कारनामों से बिहार बदनाम हुआ,जंगलराज की बात कही जाती थी,लगता है वहीं पश्चिम बंगाल में दिख रहा है।