पटना, (हि.स.)। राज्य में बालू खनन की नई नीति और इसके कारोबार पर सरकारी नियंत्रण के कारण राज्यव्यापी बालू संकट के विरोधस्वरूप राजद ने 21 दिसम्बर को बिहार बंद का ऐलान किया है। बंद के दो दिन पहले मंगलवार को यहां धरना का कार्यक्रम किया गया। साथ ही राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कार्यकर्ताओं का शांतिपूर्ण तरीके से बंद को सफल बनाने का आह्वान किया है।
गुरु गोविंद सिंह के जन्मोत्सव पर आयोजित प्रकाश पर्व में आने वाले श्रद्धालुओं की असुविधा को ध्यान में रखकर पटना सिटी और बाईपास क्षेत्रों को बंद से मुक्त रखने की घोषणा की गई है। पार्टी के राष्ट्र्रीय उपाध्यक्ष एवं पार्टी की संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने मंगलवार को कहा कि बंद को ऐतिहासिक बनाने के लिए बुधवार को नुक्कड़ सभा एवं शाम में मशाल जुलूस निकाला जाएगा।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने मंगलवार को बताया कि बालूबन्दी से मजदूरों की भूखमरी, राज्य की गिरती कानून व्यवस्था, सरकारी संरक्षण में हो रहे घोटाले, सरकारी खजाने की लूट, हर मोर्चे पर सरकार की विफलता एवं अन्य स्थानीय सवालों को लेकर सभी जिला मुख्यालयों पर राजद के धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम मंगलवार को सम्पन्न हो गया।
प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र, पूर्व जिलाध्यक्ष देवमुनी यादव सहित अन्य कई नेताओं ने इस मौके पर सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सभी राजनीतिक, सामाजिक, श्रमिक, व्यावसायिक एवं अन्य वर्ग संगठनों से बिहार बंद में सहयोग करने की अपील की है।