ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
नेपाल
नेपाली प्रधानमंत्री का फरमान: मंत्री 6 माह में सीखें लैपटॉप नहीं तो होगी छुट्टी
By Deshwani | Publish Date: 31/5/2018 3:20:49 PM
नेपाली प्रधानमंत्री का फरमान: मंत्री 6 माह में सीखें लैपटॉप नहीं तो होगी छुट्टी

काठमांडू। नेपाल सरकार ने अपने मंत्रियों के लिए फरमान जारी किया है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने  मंत्रियों को चेतावनी दी है कि अगर वे 6 महीने के भीतर लैपटॉप चलाना नहीं सीख पाए तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा। ओली फरवरी में दूसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय को छह महीने के भीतर कागज मुक्त बनाया जाएगा।

 
‘काठमांडो पोस्ट’के अनुसार नेपाल राष्ट्रीय शिक्षक संगठन के 12 वें महा सम्मेलन में उन्होंने कहा कि मंत्रिपरिषद में शामिल कोई भी शख्स जिसे लैपटॉप चलाना नहीं आता है, उसे बर्खास्त कर दिया जाएगा। ओली ने कहा, ‘‘मैंने पहले ही मंत्रिपरिषद की बैठक में कहा है कि हम छह महीने के भीतर कार्यालय को कागज मुक्त बना देंगे और बैठक के कार्यक्रम और एजेंडा पर चर्चा लैपटॉप का इस्तेमाल करके की जाएगी।’’
 
उन्होंने कहा कि मंत्री लैपटॉप चलाने में छह महीने के लिये अपने सहायकों की मदद ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि  छह महीने के बाद खुद से लैपटॉप न चला पाने वाले मंत्री की हम छुट्टी कर देंगे।ओली ने कहा कि बर्खास्त मंत्रियों को लैपटॉप दिया जाएगा ताकि वे अपने अगले कार्यकाल तक उसे चलाना सीख सकें। ओली ने कहा कि सरकार का लक्ष्य एक निश्चित अवधि के भीतर नेपाल को सूचना प्रौद्योगिकी के अनुकूल देश बनाना है।
 
नेपाल की एक प्रमुख मधेसी पार्टी फेडरल सोशलिस्ट फोरम (एफएसएफ) ने देश की कम्युनिस्ट सरकार में शामिल होने का फैसला किया है। इससे पहले एफएसएफ और प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की पार्टी के बीच एक समझौता हुआ कि सरकार मधेसियों की ‘उचित’मांगों पर गौर करेगी।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS