काठमांडू , (हि.स.)। नेपाल में संसदीय और प्रांतीय परिषदों के चुनावों में वामपंथी गठबंधन बहुमत की ओर तेजी से अग्रसर है। अब तक 110 संसदीय सीटों के परिणाम मिल गए हैं जिनमें 85 सीटों पर वामपंथी गठबंधन को जीत मिली है। इस ऐतिहासिक चुनाव से देश में राजनीतिक स्थिरता आने की उम्मीद है।
पूर्व प्रधानमंत्री के. पी. ओली के नेतृत्व वाली नेकपा-यूएमएल और पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड के नेतृत्व वाली नेकपा माओवादी सेंटर ने प्रांतीय और संसदीय चुनावों के लिए गठबंधन बनाया था। चुनाव आयोग के अनुसार, नेकपा-यूएमएल ने 61 सीटें जीती हैं, जबकि उसके सहयोगी नेकपा-माओवादी सेंटर ने 24 सीटों पर जीत दर्ज की है।
पिछले चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने वाली सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस को अब तक सिर्फ 13 सीटें मिली हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई के नेतृत्व वाली नया शक्ति पार्टी ने एक सीट पर जीत दर्ज की है। वहीं आरजेपी को 5 सीटें, एफएसएफ को 4 और 2 सीटें अन्य को मिली है। बची हुई सीटों के नतीजे आना बाकी हैं।
इसी तरह प्रांतीया परिषदों के चुनाव नतीजों से भी जाहिर होता है कि वामपंथी गठबंधन प्रांतों में भी सत्तासीन होने की ओर अग्रसर है। वामपंथी गठबंधन को प्रांतीय परिषदों की 172 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जबकि नेपाली कांग्रेस को केवल 29 सीटों पर सफलता मिली है। इस तरह केंद्र और राज्यों में वामपंथियों की सरकार बनने के प्रबल आसार हैं।