काठमांडू, (हि.स.)। नेपाल में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए पुलिस ने देश भर में करीब 1000 लोगों को हिरासत में लिया है। ऐसी आशंका थी कि ये लोग चुनावी माहौल खराब कर सकते थे। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
समाचार पत्र हिमालयन टाइम्स के अनुसार, इन गिरफ्तार लोगों में 957 ऐसे हैं जिन पर राजनीतिक पार्टी के नेताओं, प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं पर हमले करने के आरोप हैं और इनमें 600 विप्लव नीति माओवाद से जुड़े हुए हैं। सिर्फ 13 लोग सीके राउत गुट के हैं और शेष अन्य राजनीतिक दलों के हैं।
इस संबंध में नेपाल पुलिस के प्रवक्ता मनोज नेपुन ने कहा, “ शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रत्याशियों और मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चत करने को प्रतिबद्ध है। ”
उन्होंने आगे कहा कि चुनाव के दौरान सुरक्षा प्रदान करने के लिए नेपाल पुलिस ने बूथ सुरक्षा दल, चलित दल और सादे कपड़े में सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है।
विदित हो कि चुनाव के दौरान सुरक्षा मुहैया कराने के लिए करीब 90 प्रतिशत सुरक्षा कर्मियों को चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है। इतना ही नहीं जो लोग प्रथम चरण के चुनाव में तैनात किए गए थे उन्हें भी इस बार चुनावी ड्यूटी दी गई है।
इस बीच सप्तरी जिले में चुनाव विरोधी गतिविधियों के लिए 11 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है जिनमें छह विप्लव नीत माओवाद से जुड़े हैं।
चुनाव के मद्देनजर नेपाल -भारत सीमा पर सभी प्रवेश मार्गों को अगले 36 घंटों के लिए बंद कर दिया गया है। इससे पहले दोनों देशों के जिलास्तरीय सुरक्षा अधिकारियों ने चुनाव के दौरान सुरक्षा के मसले पर चर्चा की थी। नेपाल में द्वितीय चरण के संसदीय और प्रांतीय परिषदों के लिए मतदान 7 दिंसंबर को होंगे।