नेपाल
स्कूली बच्चों ने बुलंद की सामाजिक कुरीतियों के विरोध में आवाज
By Deshwani | Publish Date: 18/7/2017 7:41:16 PMरक्सौल। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
दहेज के कारण हमारे गांव, घर में बहुत सारे दीदी-बहनों ने अपनी जान गंवाई है। कक्षा 9 में पढ़ने वाली अंजनी कुमारी कुशवाहा ने कहा कि दहेज कुप्रथा ही नहीं, सामाजिक अपराध भी है। इसलिए दहेज मांगने वाले घर में बेटी की शादी न करें। मंगलवार को दहेज प्रथा के विरोध में पुलिस द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में शामिल स्कूली छात्रा के उक्त बातों से लोग प्रभावित हुए और इसको अमल में लाने का संकल्प लिया। सामुदायिक सेवा केन्द्र व सामुदायिक प्रहरी सेवा केन्द्र मुरली बीरगंज के आयोजन में पर्सा जिला के बहदुरमाई गांव में आयोजित कार्यक्रम के दौरान नेपाल राष्ट्रीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के बच्चों द्वारा इस सामाजिक कुरीति के विरोध में आवाज बुलंद की गई। जागरूकता कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की छात्रा दिपावली कुशवाहा, अंजनी कुमारी, सरीता कुमारी रौनियार, कुसुम कुमारी ने भी दहेज को सामाजिक कलंक बताते हुए खुद भी दहेज मांगने वाले घर में शादी नहीं करने की प्रतिबद्धता जताई। इस दौरान बताया गया कि शादी में बेटी को दहेज में दिए जाने वाले पैसा को यदि उसकी उच्च शिक्षा में खर्च किया जाय तो बेटी उस मुकाम पर होगी, जहां कोई दहेज नहीं मांग सकेगा।