लॉकडाउन के चलते भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी ऋणों के मासिक भुगतान पर तीन महीने की राहत दी
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बेंचमार्क ब्याज दरों में कमी किए जाने की घोषणा की है। साथ ही बताया कि सभी कर्जों के मासिक भुगतान पर तीन महीने तक की राहत दी गई है। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा है कि वैश्विक मंदी से भारत के लिए भी हालात कठिन हो सकते हैं, हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि फसलों के रिकॉर्ड उत्पादन से खाद्यानों के दाम में कुछ कमी आएगी।
शक्तिकांत दास ने कहा कि लॉकडाउन के कारण देश में आर्थिक गतिविधियों के कारण बहुत दबाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के चलते बैंकों के शेयरों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है और कुछ निजी बैंकों से लोग घबराहट में पैसे निकाल रहे हैं। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि देश की बैंकिंग प्रणाली मजबूत है और लोगों को बैंकों में जमा धन को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए और घबराहट में पैसा नहीं निकालना चाहिए।
मौद्रिक नीति समिति की बैठक में लिए गए फैसलों की वीडियो कांफ्रेंस के जरिए जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि रेपो दर में 75 आधार अंकों की कमी करके उसे 4 दशमलव 4 प्रतिशत कर दिया गया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि रिवर्स रेपो दर में भी 90 आधार अंकों की कमी करके उसे चार प्रतिशत कर दिया गया है।
इसी तरह नकद आरक्षी अनुपात-सीआरआर भी चार प्रतिशत से घटा कर तीन प्रतिशत कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन उपायों से अर्थव्यवस्था में तीन लाख चौहत्तर हजार करोड़ रुपये अतिरिक्त उपलब्ध होंगे। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने बताया कि सभी कर्जों के मासिक भुगतान पर तीन महीने तक की राहत दी गई है। उन्होंने कहा कि वैश्विक मंदी से भारत के लिए भी हालात कठिन हो सकते हैं, हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि फसलों के रिकॉर्ड उत्पादन से खाद्यानों के दाम में कुछ कमी आएगी।सभी बैंकों जिनमें ग्रामीण बैंक, छोटे वित्त बैंक, स्थानीय बैंक, को-आपरेटिव बैंक, एन बी एफ सी के साथ-साथ माइक्रो फाइनेन्स संस्थानों के सभी कर्जों के मासिक भुगतान पर तीन महीने तक की राहत दी गई है।
रिज़र्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि वैश्विक मंदी से भारत के लिए भी हालात कठिन हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने आशा व्यक्त की कि फसलों के रिकॉर्ड उत्पादन से खाद्यानों के दाम में कुछ कमी आएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय रिजर्व बैंक के कदमों का स्वागत किया है। ट्वीट संदेश में उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से देश की अर्थव्यवस्था पर पड़़ने वाले दुष्प्रभाव से बचाने के लिए ये महत्वपूर्ण कदम उठाएं गए हैं। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक की इन घोषणाओं से नगदी के प्रवाह में सुधार होगा तथा मध्यम वर्ग और व्यापार जगत को राहत मिलेगी।
सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से उठाए गए कदमों का स्वागत किया। एक ट्वीट संदेश में उन्होंने कहा कि इन उपायों से व्यापारिक प्रतिष्ठानों और उद्योगों पर ब्याज का बोझ कम होगा और आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार मिलेगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने वित्तीय स्थिरता के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की घोषणाओं की सराहना की है। उन्होंने कहा कि सावधि ऋण और पूंजीगत ऋण की किस्तों के भुगतान पर 3 महीनों की रोक से बहुत राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि ब्याज दरों की कटौती का जल्दी सबको फायदा मिलना चाहिए।